अखिलेश सैनी
बलिया। कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकी हमले में शहीद जवान राजेश कुमार यादव की अंतिम यात्रा मंगलवार की सुबह 11.02 बजे उनके गांव दुबहर के यादव डेरा से शुरू हुई।शहीद जवान के अंतिम दर्शन को हर कोई लालायित नजर आया।हजारों लोग यात्रा में शामिल हुए। उसमें न कोई खास था न आम।हर कोई शहीद को कंधा देने के लिए बेताब था। रास्ते में जगह-जगह स्कूली बच्चे शहीद के पार्थिव को सलाम किये।यात्रा में शामिल लोग शहीद राजेश यादव अमर रहे,
पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। जज्बाती युवक पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ आग उगल रहे थे।सेना के वाहन से पार्थिव श्मशान घाट के लिए रवाना हुआ। फिर रास्ते में कई जगह पार्थिव शरीर पर लोग फूल-माला चढ़ायें।दोपहर 12.06 बजे यात्रा भड़सर श्मशान घाट पर पहुंची।श्मशानघाट पर हजारों लोग शहीद के पार्थिव को प्रणाम किये।बता दें कि राजेश का
पार्थिव शरीर मंगलवार को सेना के वाहन से सुबह 10.31 बजे घर पहुंचा।तब शहीद के परिवार और गांव में कोहराम मच गया।जो जहां था, वही से अपने लाल की झलक पाने के लिए उनके घर की ओर दौड़ गया।कागजी खानापूर्ति के बाद शहीद का शव रखा ताबूत चौखट के अंदर ले जाया गया।ताबूत में बंद शव देख जहां बूढ़ी मां अचेत हो गयी, वही गर्भवती पत्नी ताबूत पर ही गिर पड़ी।भाई-बहनों का रोते-रोते बुरा हाल था।मासूम बेटियां भी परिजनों की चीत्कार के बीच विलख रही थी।श्मशान घाट पर कैबिनेट मंत्री रामगोविन्द चौधरी, डीएम गोविन्द राजू एनएस, एसपी प्रभाकर चौधरी ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया।पुलिस के जवानों ने 12.14 बजे व सेना के जवानों ने 12.18 बजे गार्ड ऑफ आनर दिया। बड़े भाई अरविन्द ने मुखाग्नि दी।