ज्ञातव्य है कि 1993 में कुंडेसर चट्टी पर विधानसभा चुनाव का प्रचार वाहन पर माफिया डान बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जिसमें मौके पर चार लोगो की मौत हो गयी और कैप्टअन जगरनाथ गोली लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गये थे। मुकदमा अदालत में लगभग 23 साल तक चला, जिसमें कैप्ट न जगरनाथ ने माफिया डान बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के खिलाफ गवाही दी। इस मुकदमें में अभी फैंसला आना बाकी है। न्याय की आशा लिये कैप्टमन जगरनाथ स्वर्ग सिधार गये।
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