संजय/यशपाल सिंह
आजमगढ़ : दीवानी न्यायालय में पेशी से लौटते समय पुलिस अभिरक्षा से फरार हुए कैदीयो का अभी तक कोई पता नही चला पुलिस कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है किंतु रिजल्ट शून्य है इधर एसपी कुंतल किशोर ने पुलिस की तीन टीमें गठित की है लेकिन अभी तक भागे हुए कैदी का कोई सुराग नही मिल पाया है पुलिस अभिरक्षा से बन्दी के भाग जाने की खबर मिलते ही पुलिस उसके तलाश में जुट गयी है, शहर कोतवाल इंशाखां का कहना है कि सदर लाकप प्रभारी ददन सिंह की तहरीर पर फरार बन्दी अश्वनी के साथ उसके अभिरक्षा डियूटी पर लगे सिपाही अरविन्द चौबे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, इधर एसपी का कहना है कि मैं अभी जिले में नया आया हु पूर्व में कोर्ट की हवालात से भागे बंदियो की उन्हें जानकारी नही है अब मामला संज्ञान में आया है पता कर रहा हु क्या मामला था और मामले में क्या करवाई हुई है भागे हुए कैदी के गिरफ्तारी का प्रयास कराया जायेगा
साल भर पुर्व भी कोर्ट से भाग चुके है तीन कैदी
दीवानी कचहरी से हवालात में नकब लगाकर तीन बन्दे एक साल पूर्व में भाग चुके है उस समय भी पुलिस काफी सरगर्मी में दिखाई दी थी जैसे की इस समय की घटना में दिखा रही है किंतु मामला बीतता गया लेकिन पुलिस डिपार्टमेंट ने फाइल को ठंढे वस्ते में दाल दिया और आज इन्हें उक्त घटना भी भूल गयी होगी 27 जुलाई 2015 की उक्त घटना है तीनो बन्दी कन्धरापुर थाना क्षेत्र के बलाई गांव के निवाशी कृश्ण बिश्वकर्मा, बरदह थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव के कमलेश सरोज तथा अम्बेडकरनगर जिले के जैदपुर थाना क्षेत्र के गेरमा गांव निवाशी रिंकू,ये तीनो हत्या व् जानलेवा हमले के आरोपी थे तीनो पेशी पर आये थे व् पुलिस अभिरक्षा में लाये गये थे किंतु लोहे की छड़ से लाकप की दीवार की ईंट निकालकर फरार हो गए तत्कालीन एसपी सिटी बिनोद कुमार तीनो बंदियो की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की थी कुछ दिन तक ये टीमें सरगर्मी दिखाई किन्तु धीरे धीरे ये शांत हो गये देखना यह है कि इस बार फरार हुए कैदी के गिरफ्तारी के लिए नये एसपी साहब क्या प्रयास करते है