आपस मे बात करते करते लोगों मे कभी कभी अफरातफरी सी भी मच जा रही थी. लोगो का नजरिया एकदम अजूबा सा दिखाई दे रहा था. कोई कह रहा था कि पाकिस्तान के लड़ाकू विमान है तो कोई कहता कि नहीं चीन के लड़ाकू विमान है कभी कोई कहता नहीं मिसाइल है तो किसी ने तो परमाणु बम तक कि संज्ञा ऐसे दे दी जैसे कि वह परमाणु बम विशेषज्ञ हो. किसी ने कहा कि अंतरिक्ष यान है. सब मिला कर जितना मुह उतनी बाते हो रही थी. जबकि वास्तविकता जो देखने में प्रतीत हो रही थी वह यह थी कि नेपाल में किसी उत्सव में लगी फोकस लाइट कि रोशनी थी जो मूवमेंट कर रही थी.अंत तक सच्चाई का पता न चल सका और अब वह रोशनी दिखना बंद हो गई है.
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