गोरखपुर।कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पार्टी के मुस्लिम चेहरा इमरान मसूद ने कल ग़ाज़ियाबाद में हज हॉउस के उदघाटन के मौके पर पुलिस द्वारा मुस्लिम महिलाओं के बुर्के उतरवाने की घटना को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहाकि इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।ऐसा उस जगह हुआ जहां मुस्लिम वोटों से सूबे के मुखिया बने अखिलेश यादव और अपनी शोलाबयानी से मुसलमानों की रहनुमाई का दम भरने वाले सपा नेता आज़म खान खुद मौजूद थे ।
देवरिया में कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल होने आए कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूपी में हालात बहुत खराब हैं।किसी की इज़्ज़त सड़कों पे लूटी जा रही है किसी की घर में घुस के ।बुलन्द शहर से ले कर गोरखपुर तक न पुरुष सुरक्षित हैं न महिलाएं।उन्होंने कहा कि ग़ाज़ियाबाद की घटना ने दिल दहला दिया ।जिस तरह की बदतमीज़ी कल मुस्लिम महिलाओं के साथ हुई वो यहां बयान भी नहीं की जा सकती।उन्होंने कहा कि कल कार्यक्रम अस्थल से ही हमारी कई बहनों ने फोन पर रो रो के आप बीती सुनाई ।इमरान ने कहा कि अखिलेश यादव ऐसे पुलिस कर्मियों पर तत्काल कार्रवाई करें।और भविष्य में सिर्फ मुस्लिम ही नहीं किसी भी धर्म और मज़हब की महिला के साथ ऐसी बदसलूकी न हो इसकी व्यवस्था करें।उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा की आशु मलिक और आज़म खान की नूरा कुश्ती कल ग़ाज़ियाबाद की घटना को दबाने के लिए हो रही है।वरना क्या वजह है कि आशु मलिक को मुस्लिम महिलाओं के अपमान से ज़्यादा अपने अपमान की चिंता हो रही है।हालांकि ये उनका अंदरुनी मामला है। इस अवसर पर काजी फरहान,अज़मत अली,संजीव दुर्जन,आमीर शम्स,नवेद अधरों,मो.राशिद,गुलजार कुरैशी आदि मोजूद रहे ।