आफताब फारूकी।
इलाहाबाद। रेलवे जंक्शन के गेट नम्बर दो के पास शुक्रवार की सुबह एक बोरे में एक यूबीएल लांचर और चार सेल लावारिस हालत में पाया गया। सूचना पर आरपीएफ एवं जीआरपी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच के निर्देश दिया। इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जायेगा। जांच के लिए एटीएस, एसटीएफ, एलआईयू, बीडीएस सहित अन्य गोपनीय एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार रेलवे जंक्शन के गेट नम्बर दो के समीप शुक्रवार की सुबह एक बोरे में कुछ संदिग्ध सामान लावारिस हालत में मिलने की सूचना मिली। सूचना पर जीआरपी एवं आरपीएफ सहित अन्य पुलिस की टीमे मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दिया। बोरे को जब खोल कर देखा गया तो उसमें एक लांचर और चार सेल मिले है। यह आर्डीनेस फैक्ट्री में ही निर्मित होते है। जीआरपी ने सहीं तरीके जांच के लिए सेना से सम्पर्क किया। जहां जाने के बाद पता चला कि चारो सेल है, जिन्हें लोड करके फायर किया जाता है। लांचर व सेल की जांच कराने के बाद शुक्रवार शाम पुलिस अधीक्षक कबीन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इसकी मारक क्षमता 50 मीटर है। बरामद किया गया लांचर को यूबीएल लांचर कहते है। अन्य चार सेल है, जिसे लोड करने के बाद फायर किया जाता है। इसका प्रयोग सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ में होता है। यह पूरी तरह से प्रतिबन्धित होता है। जंक्शन के समीप बाहरी हिस्से में यह पाया गया है। यह चावल के अन्दर छिपा करके रखा गया था। इसे यहां कौन लाया इसकी जांच के लिए एटीएस, एसटीएफ, और एलआईयू, सहित सभी गोपनीय एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है। सभी टीमे सक्रियता से मामले की जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार सीसीटीवी फुटेज खंगालने में एक टीम लगी है। मामले की जांच में एटीएस एवं एसटीएफ की टीमों को भी वहां बुला लिया गया है। मामले की जांच के लिए सेना की भी मदद ली जा रही है। कौन व्यक्ति यहां लेकर आया, इसका क्लू तलाशने के लिए टीमे जंक्शन के अन्दर व बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज टटोलने लगी है। पुलिस को एक आशा है कि उससे भी सुराग मिल जायेगा।