रवि शंकर /रामपुर
दहेज एक अभिषाप अगर इस टॉपिक पर बात की जाए तो आज के इस जागरूक समाज में कोई भी व्यक्ति इस पर अपना लम्बा चौडा भाषण आसानी से दे सकता है। यही नही केन्द्र सरकार या फिर सूबाई सरकार द्वारा चलाए जा रहे बेटी पढ़ाओ , बेटी बचाओ अभियान मे भी लोग बढ चढ कर हिस्सा लेते हुए देखे जा सकते हैं। मगर रामपुर में एक दहेज लोभी परिवार ने दहेज में महज कार ना मिलने पर शादी से इनकार कर डाला।आईये दिखाते है क्या है पूरा मामला।
रामपुर के थाना गंज क्षेत्र मे रहने वाले मोहम्मद सईद खान नाम के एक शख्स ने अपनी एम0ए0 पास बेटी उजमा की शादी इसी थाना क्षेत्र मे रहने वाले हुमायूं नाम के युवक से तय की थी ।शादी का कार्यक्रम 18 सितंबर को होना था। जिसको लेकर दुल्हन पक्ष की ओर से दान दहेज से लेकर सभी तैयारिया भी मुकम्मल कर ली गई थी। शादी मे देने के लिए दुल्हन के पिता ने वो सारी चीजे मुहैया कराई थी जिससे दूल्हा और उसके पक्ष की झूठी शान बरकरार रहे। एसी, फ्रिज, टीवी , बाइक आदि की भी माकूल व्यवस्था की गई थी ।शादी से 3 दिन पहले रामपुर मैरिज हॉल मे मांयू(मेहँदी) का एक कार्यक्रम दुल्हन पक्ष की ओर से आयोजित किया गया था।तीन दिन बाद होने वाली शादी को लेकर सारी तैयारिया चल ही रही थी के दूल्हा पक्ष के लोगो ने फिल्म के विलेन की तरह एन्ट्री मारते हुए उनकी खुशियों को काफूर कर डाला। दूल्हा पक्ष के लोगो ने दहेज लोभी विलेन की तरह मौजूदा दहेज मे कार ना होने पर हंगामा खड़ा कर दिया। दहेज लोभियो के इस बर्ताव से दुल्हन पक्ष के लोग सकते मे आ गये और मामले को लेकर थाने पहुंच गए।
दुल्हन के पिता मोहम्मद सईद खान की माने तो उनकी बेटी उजमा तीन भाईयो की इकलौती बहन है ।उन्होंने अपनी 4 बीघा खेती की जमीन बेच कर बेटी को देने के लिए दहेज का इन्तजाम किया था । दहेज लोभियो ने उनके सारे अरमानों पर पानी फेर दिया है। अब वो और उनकी पत्नी इस दर्द को सीने मे दबाना ही बहतर समझते हैं । फिलहाल वो इस मामले मे दहेज लोभियो पर कोई ठोस पुलिस कार्रवाई चाहते है ।पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी के मुताबिक थाना गंज क्षेत्र मे दहेज मे कार ना दिए जाने पर शादी से इनकार कर देने का मामला सामने आया है । इस मामले मे पीडित पक्ष की ओर से 7 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है ।
हिन्दू समाज मे बेटी को देवी का रूप माना जाता है तो मुस्लिम समाज मे बेटी को दौलत कहा गया है ।अब ऐसे में महज दहेज के खातिर उसी देवी या उसी दौलत को कोई ठोकर मार कर चला जाये तो ये आज के इस जागरूक समाज के लिए किसी अभिषाप से कम नही होगा ।