नूर आलम वारसी
बहराइच : स्वास्थ विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. डीके सिंह ने जिला कार्यक्रम प्रबन्धक डा. आरबी यादव के साथ सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य तेजवापुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका का अवलोकन करने पर पाया गया कि बीएचडब्लू दिलीप कुमार कश्यप, अमरेन्द्र प्रताप सिंह व गिरिजेश कुमार, बीसीपीएम रोहित कुमार अनुपस्थित है। पंजिका के अवलोकन से यह भी ज्ञात हुआ कि संविदा पर तैनात फैमिली वेलफेयर काउन्सलर श्रीमती रीतिका साहू 24 अगस्त से लगातार अनुपस्थित चल रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सिंह ने इस स्थिति का कड़ा संज्ञान लेते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अनुपस्थित कर्मियों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर उनके सम्मुख प्रस्तुत करें। सीएमओ ने अग्रिम आदेशों तक अनुपस्थित कर्मचारियों को वेतन/मानदेय आहरित न किये जाने का भी निर्देश दिया साथ ही प्रभारी चिकित्साधिकारी को सचेत किया कि समयबद्धता का पालन न करने वाले कार्मिकों से पूरी सख्ती के साथ निपटा जाय। साफ-सफाई व्यवस्था पर नज़र दौड़ाने पर सीएमओ ने पाया कि परिसर, ओटी, लैब, वार्ड व शौचालय आदि में सफाई नहीं है। जानकारी करने पर सीएमओ ने पाया कि सफाईकर्मी तारा देवी स्वास्थ्य केन्द्र पर मौजूद नहीं है। लोगों की ओर से यह भी बताया गया कि सफाई कर्मी अपने कर्तव्यों के प्रति उदासीन हैं। इस सम्बन्ध में प्रभारी चिकित्साधिकारी को अग्रिम आदेशों तक सम्बन्धित का वेतन आहरित न किये जाने तथा लापरवाह कर्मी का स्पष्टीकरण प्राप्त करने व चेतावनी जारी करने का निर्देश दिया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात स्टाफ नर्स श्रीमती नीतू जैन भी निरीक्षण के समय अनुपस्थित पायी गयीं। पंजिका के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि गत दिवस भी यह अनुपस्थित थीं। सीएमओ ने स्टाफ नर्स का वेतन भी अग्रिम आदेशों तक बाधित किये जाने तथा यहा पर प्रसव कक्ष के क्रियाशील होने तक इन्हे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में सेवाएं देने के निर्देश दिये गये। जेएसवाई वार्ड के निरीक्षण के दौरान भर्ती दो मरीज़ों श्रीमती कविता मिश्रा व श्रीमती राजवन्ती ने बताया कि इन्हे चाय व भोजन मिल रहा है। औषधि कक्ष के निरीक्षण के दौरान यहा पर आवश्यक दवाएं उपलब्ध पायी गयीं।
सरकार द्वारा संचालित विभिन्न लाभार्थीपरक योजनाओं का सत्यापन करने पर पाया गया कि पीएचसी पर 01 अप्रैल 2016 से अब तक कुल 1200 प्रसव हुए हैं जिसमें मात्र 647 लाभार्थियों को भुगतान हुआ है। जननी सुरक्षा योजना अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2015-16 के 415 तथा चालू वित्तीय वर्ष के 553 लाभार्थियों के भुगतान की प्रक्रिया अभी लम्बित है। इसके अलावा एडिशनैलिटी का भुगतान 03 माह से लम्बित होने तथा 282 केस का भुगतान अवशेष होने पर सीएमओ ने कड़ी नाराज़गी जताते हुए ब्लाक लेखा प्रबन्धक अमित कुमार को निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अन्दर सभी सम्बन्धित को भुगतान कर दिया जाय अन्यथा की स्थिति में कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अन्दर आशाओं के समस्त भुगतान को भी कर दिया जाय।