मऊ : इन्दिरा आईवीएफ शारदा नारायन ट्यूब बेबी सेन्टर में पहला ट्यूब बेबी का जन्म हुआ। इन्फर्टिलिटि स्पेशलिस्ट डा.एकिका सिंह ने बताया कि यह जिले के लिये गौरव का विषय है जैसा कहा जाता है जो रास्ता बड़े शहरो के लिए जाता है वो छोटे शहरों में भी आ सकता है। मऊ जैसे छोटे जनपद में इन्दिरा आईवीएफ शारदा नारायन ट्यूब बेबी सेन्टर ने नि:सन्तान दम्पत्तिओं के लिए खुशीओ की सौगात लाया है। डा. एकिका सिंह ने बताया कि पहले जोडे को 25 सालो बाद टेस्ट ट्यूब के द्वारा जुड़वा बेटे हुए है
और दुसरे जोडें को बच्ची हुआ है और दोनो ही स्वस्थ्य है। डा. एकिका सिंह ने इसके लिए अपनी पूरी इन्दिरा आईवीएफ टीम को धन्यवाद दिया और बताया कि हमारे जनपद में इलाहाबाद,वाराणसी,गोरखपुर ,बिहार, सोनभद्र एवं अन्य जिलो से मरीज आ रहे है तथा उनका सफल इलाज मऊ जनपद में हो रहा है। डा. एकिका सिह ने बताया कि जनवरी माह से अब तक उन्होने 130 से ज्यादा लोगो का इलाज किया है जिसमें 60 प्रतिशत से अधिक लोगो को सफलता प्राप्त हुई। डा. एकिका सिंह ने बताया कि ज्यादातर महिलाओ के अंडाशय मे अण्डो के न बनने से मासिक धर्म बन्द होने की समस्या पाई गई है यह अधिक उम्र की महिलाओ मे ज्यादातर देखा गया है जिसके कारणवश बच्चादानी सिकुडकर छोटी हो जाती है जिससे संतान प्राप्ति मे बहुत समस्याएँ आती है । कई महिलाए ऐसी भी होती है जिनके कम उम्र से ही महिना आना बंद हो जाता है जिसका मूल कारण अण्डासय का विकसित न होना पाया जाता है। ऐसी महिलाओ का महिना दवाईयो द्वारा शुरू किया जा सकता है तथा अंडा बाहर (डोनर) से लेकर टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक द्वारा संतान प्राप्ति की ओर बढा जा सकता है। अन्त मे डा. एकिका सिंह ने बताया कि ये सारी सुविधाए बहुत कम शुल्क मे उपलब्ध है जो बडे शहरो की अपेक्षा में कम है जिससे गरीब मरीजो को फायदा हो रहा है।