और कहा कि पार्टी वालो ने अपने ही कार्यकर्ताओ से सवाल जवाब किये, जो की हम लोगो के साथ छल हुआ है। वही दूसरी तरफ मज़ेदार बात देखने को ये मिली की जनपद स्तर में कांग्रेस का ठप्पा लगाए घूमने वाले कद्दावर से कद्दावर नेताओ को राहुल ने नज़र अंदाज़ कर दिया। वही राहुल गंधिकी खाट रैली और अखिलेश जी की रथ यात्रा अतर्रा में आपस में टक रॉव हुआ ऐसा मालूम हो रहा था की घमासान होने वाला हैअब देखना ये है कि राहुल की ये धूप धूप खुद को तपाने वाली तपस्या विरोधी दलों के सियासी ग्राफ में किस हद तक तब्दीली लायेगी। यह तो आने वाली बयार बताएगी।
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