रवि शंकर
लोक अदालत मे बङी तादात मे फौजदारी के लघु वादो का जुर्माने के आधार पर निस्तारण किया गया ।वही राजस्व और दीवानी वादो का निस्तारण आपसी समझौते के आधार पर किया गया ।इसके अलावा परिवार न्यायालय ने अपनी अहम भूमिका निभाते हुए आपसी सुलह समझौता कराते हुए लम्बे अरसे से पारिवारिक विवाद के चलते अलग अलग रह रहे 8 दंपत्तियो को एक बार फिर से नये सिरे से एक साथ मिल कर जिन्दगी बिताने को प्रेरित किया है।
रामपुर मे मासिक राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया । लोक अदालत की अध्यक्षता जिला जज रमाकांत मिश्र ने की और संचालन सीजेएम प्रमोद कुमार ने किया ।लोक अदालत मे दीवानी, राजस्व और फौजदारी के लघु वादो और पारिवारिक विवादो समेत 5 सौ वादो का निस्तारण आपसी सुलह समझौता और जुर्माने के आधार पर किया गया है ।लोक अदालत का सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा के अदालत ने सरहानीय कदम उठाते हुए काफी समय से दूर रह रहे पति पत्नियो के बीच आपसी सुलह समझौता कराकर एक बार फिर से उनको जीने की राह दिखलाई है ।अदालत के फैसले का असर अलग होकर एक बार फिर से एक हुए पति पत्नियो के चहरो पर साफ दिखाई दे रहा था । एक बार फिर से एक हुए दंपत्तियो ने अदालत के इस सरहानीय कदम की जमकर तारीफ भी की है ।