वाराणसी। शिवपुर थाने से भागे जिस आरोपी को पकडने में शिवपुर की पुलिस की साँसे फूल गई उस आरोपी को क्षेत्र के एक पत्रकार ने पकड़ कर पुलिस की जहा सहायता की वही अपनी बहादुरी का परिचय भी समाज को दिया।घटना शुक्रवार के सुबह की है सूत्रों से प्राप्त समाचार के अनुसार ओमप्रकाश नमक एक युवक को नवलपुर बसही के क्षेत्रिय जनता ने किसी दूकान का ताला तोड़ते समय पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था। थाने की हवालात में बंद उक्त शातिर किस्म के युवक ने शौच का बहाना बनाया जिस पर थाने में तैनात होमगार्ड ने उसको शौच हेतु हवालात से बाहर निकाला।
मौक़ा देखते ही उक्त शातिर किस्म के आरोपी ने होमगार्ड को धक्का देते हुवे बाहर की तरफ दौड़ लगा दी। आगे-आगे उक्त आरोपी पीछे थाने के सिपाहियों को दौड़ता देख क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई। थाने के सिपाहियों के पकड़ से आरोपी को बाहर देख थाने में उपस्थित एक संध्या दैनिक के संवाददाता वीरेंदर उपाध्याय के अंदर के इंसान ने उनको ललकारा और उन्होंने बड़े ही बहादुरी का परिचय देते हुवे दौड़ लगाई। इधर पुलिस की सांसें फूलने लगी और आरोपी के हाथ से निकल जाने को नियति मान बैठे। मगर बहादुर संवाददाता वीरेंदर उपाध्याय ने हिम्मत नहीं छोड़ी और उस आरोपी का दौड़ते हुवे पीछा जारी रखा। आरोपी भागते हुवे सोनकर बस्ती के आगे एक अंग्रेजी माध्यम के स्कूल के दूसरे तल्ले तक पहुच गया। जहा से बहादुर पत्रकार वीरेंदर उपाध्याय ने उसको पकड़ कर पुलिस के हवाले किया।
इस संबंध में हमसे बात करते हुवे पत्रकार वीरेंदर उपाध्याय ने बताया कि “यह हर नागरिक का कर्त्तव्य है पुलिस की सहायता करना जो मैंने भी की।” जो भी हो आज एक पत्रकार ने अपनी बहादुरी का परिचय दिया जिसकी सभी सराहना कर रहे है मगर इस सराहना के दौर में शायद मुद्दे के बात दब जाए कि स्थानीय थाने के इस प्रकरण में क्या उत्तरदायित्व रहेगा। क्या प्रशासन द्वारा इस संबंध में कोई कार्यवाही की जायेगी, क्या स्थानीय थानेदार द्वारा इस संबंध में उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा। वही पत्रकार को प्रशासन द्वारा सम्मानित करवाने की मांग की सुगबुगाहट ज़िला मुख्यालय पर पत्रकारों के बीच सुनी गई है।