सूरापुर,सुल्तानपुर:-कश्मीर मे हुये आतंकी हमले मे 17 जवान शहीदो के आक्रोश में स्थानीय लोगो ने फूंका नवाज शरीफ का पुतला
सूरापुर चौक पर शहीद हुये जवानो के याद मे कैडल मार्च करते हुये समाज सेवी संगठनो ने विरोध प्रदर्शन कर नवाज शरीफ का पुतला फूका और पाकिस्तान बिरोधी नारा लगाते हुये पाकिस्तान होश मे आओ,पाकिस्तान मुर्दाबाद.का नारा लगाया जिसमे सूरापुर के स्थानीय लोग और अन्य दर्जनो लोगो की अगुवाई मे बिरोध प्रदर्शन किया गया
सुल्तानपुर:-लोगो में आतंक और पुलिस की नाक में दम करने वाले अपराधी गिरफ्तार
सुल्तानपुर पुलिस को आज उस समय बड़ी कामयाबी मिली जब इनामी बदमाश उसके द्वारा दबोचे गये। रात की गश्त के दौरान पुलिस को कुछ सुराग मिला कि कादीपुर की तरफ से बदमाश आ रहे हैं। क्षेत्रीय पुलिस ने पीछा किया और जंगल में ही मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान दो बदमाश जिनको गोली लगी थी,पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जिनकी पहचान शातिर बदमाश मुलायम सिंह यादव और बादल शुक्ला के रूप में हुई|
मुलायम सिंह यादव का आतंक इस कदर था की वो खुलेआम रंगदारी मांगता था, प्रतापगढ़ के रहने वाले इस बदमाश से चांदा, कोइरीपुर, कादीपुर इलाके के लोग सहमे रहते थे। अभी कुछ माह पहले चांदा थाने के कोइरीपुर बाजार के भट्टा व्यवसाई से मुलायम ने फोन कर रंगदारी मांगी थी। जिसके बाद व्यापारी का पूरा परिवार डरा हुआ था। जिससे मुलायम की शातिर बातों का पता आमजन को भी लगा। हालांकि धमकी के बाद क्षेत्र में पुलिस की गश्त कुछ दिनों तक बढ़ा दी गई थी। व्यापारी के भट्टे पर सुरक्षा तैनाती भी कर दी गई। इतने सब के बावजूद वो पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था, आईजी जोन की तरफ से उसके ऊपर 50 हज़ार का इनाम घोषित कर दिया गया।
तमाम शिकायतें पुलिस को मिल रही थीं। पुलिस के लिए मुलायम सिंह यादव बड़ी चुनौती बना हुआ था। पुलिस की कई टीमें लगातार उसके सुराग में लगी हुई थीं। लेकिन वो इतना चालाक था कि लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। वर्तमान पुलिस अधीक्षक पवन कुमार के चार्ज लेने के बाद जिले में पहली बड़ी अपराधिक वारदात मुलायम ने कोइरीपुर में की थी, तभी से लोगों को मुलायम के बारे में पता चला था।
पुलिस से जब बदमाशों की मुठभेड़ हुई तो उसमे मुलायम और एक और शातिर बादल शुक्ल को भी गोली लगी। बादल पर भी 5 हजार का इनाम हैं|दोनों को गोली लगने के बाद पुलिस अस्पताल लेकर आई। जहां से दोनों को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।इस मौके पर एस0पी0 के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद थे|