चोरी की योजना बनाते दो गिरफ्तार
निघासन–(खीरी) चोरी की लगातार बढ रही वारदातों के कारण नगर वासियों सहित पुलिस महकमा भी परेशान हो गया था इसलिए इन चोरियों को रोकने के लिए रात्रि में गस्त बढा ली गयी थी। जिसका परिणाम बहुत जल्द ही मिल गया। बीती रात्रि गस्त के दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने चोरी की योजना बना रहे दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से चोरी किये गए जेवरात नकदी नकब लगाने का सामान धारदार छुरी और डंडा आदि भी बरामद हुआ है। थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इम्तियाज और मोल्हे निवासी पठानपुरवा दोनों के ऊपर निघासन थाने में पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। दोनों को जेल भेज दिया गया है।
दस के सिक्के बन रहे लोगों के लिए परेशानी का सबब, पेट्रोल पंप पर नहीं ले रहे 10 रुपये के सिक्के
लखीमपुर (खीरी) : भारत सरकार का 10 रुपये का सिक्का लखीमपुर शहर के हर क्षेत्र में बेगाना हो गया है। यहां चाय वाले से लेकर रिक्शे वाले तक सिक्का लेने से परहेज कर रहे हैं। अब तो निघासन रोड पर स्थित एक पेट्रोल पंप के प्रबंधन ने सिक्के लेने से मना कर दिया है। इसके लिए बकायदा पेट्रोल पंप पर स्लिप लगाई गई है और नीचे पेट्रोल पंप के मैनेजर का मोबाइल नंबर लिख दिया गया है।
शहर में 10 रुपये का सिक्का लोगों और दुकानदारों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इससे आम-आदमी की परेशानी बढ़ती जा रही है। बाजार में सब्जी, दूध, परचून की दुकानों पर दुकानदार 10 रुपये के सिक्के लेने से मना कर दे रहे हैं। निघासन रोड स्थित सैधरी के पेट्रोल पंप के मैनेजर दीपक ने बताया कि पेट्रोल पंप पर प्रतिदिन दो हजार रुपये के करीब 10 रुपये के सिक्के आ रहे हैं। इसकी वजह से पेट्रोल पंप पर आठ से 10 हजार रुपये के करीब के सिक्के इकठ्ठा हो गए हैं। सिक्कों को जमा करने के लिए कई बैंकों में संपर्क किया गया, लेकिन सभी ने यह कहते हुए सिक्के लेने से मना कर दिया कि उनके पास सिक्के गिनने की मशीन नहीं है। जिसकी वजह से सिक्के नहीं लिए जा रहे हैं। आदर्श व्यापार मंडल के प्रांतीय पदाधिकारी दिलीप गुप्ता ने 10 रुपये के सिक्के को लेकर आ रही दिक्कतों पर प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। वहीं लीड बैंक मैनेजर आरके द्विवेदी का कहना है कि भारत सरकार के सिक्के रिजर्व बैंक से जारी किए गए हैं। कुछ नकली सिक्के बाजार में आने से भ्रम की स्थिति पैदा हुई है। इसलिए जांच-पड़ताल कर सिक्के अवश्य लें और किसी को मना न करें। बैंकें एकमुश्त सिक्के नहीं ले रही हैं, लेकिन 50 सिक्के तक लेने से कोई मना नहीं कर रहा है।