आप्टिकल फाइबर केबल युक्त हाईस्पीड ग्रामीण ब्राडबैंड सेवा का हुआ उद्घाटन
संजय ठाकुर/अन्जनी राय
मऊ : रेल राज्य मंत्री एवं दूर संचार (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा दोहरीघाट में काफी देर से आए। माफी मांगा और माइक पर आते ही आर्थिक, सामरिक एवं कूटनीतिक रूप से एक मजबूत भारत की ऐसी तस्वीर प्रस्तुत किया कि तालियों की गड़गड़ाहट से पंडाल गूंज उठा। उन्होंने केंद्र सरकार के शेष ढाई वर्ष के कार्यकाल में आर्थिक विकास दर दस तक ले जाए जाने का दावा किया।
उन्होंने इंदारा में इंदारा-दोहरीघाट रेल मार्ग के आमान परिवर्तन का शिलान्यास करने एवं कोपागंज में जनसभा का संबोधित करने के बाद श्री सिन्हा सीधे दोहरीघाट पहुंचे। देर के कारण यहां कार्यक्रम में तनिक परिवर्तन करते हुए रेल राज्य मंत्री पूर्व निर्धारित दूरभाष केंद्र पर आप्टिकल फाइबर केबल प्रणाली के लोकार्पण से पहले विक्ट्री इंटर कालेज पहुंचे। यहां पर औपचारिक माल्यार्पण एवं क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेंद्र शुक्ला, सांसद हरिनरायन राजभर, आयोजक पूर्व मंत्री उत्पल राय एवं जिलाध्यक्ष सुनील कुमार गुप्त के स्वागत भाषण के बाद श्री सिन्हा भीड़ से सीधे मुखातिब हुए। कहा कि सबका साथ-सबका विकास का नारा देकर सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी इसे चरितार्थ कर रही है। ढाई वर्ष पूर्व गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे लोग अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के चलते इससे उपर हो गए हैं। पूरी दुनिया यहां तक कि विकसित देश भी भारत की तेजी से बढ़ती आर्थिक विकास दर से आश्चर्य चकित हैं। इन दिनों भरत की विकास दर 7.9 है। इसे अगले ढाई वर्ष में दहाई अंक में ले जाना है। कभी कम्युनिस्ट के गढ़ रहे मऊ एवं गाजीपुर ने अब राजनीतिक करवट ले लिया है। यहां के ग्रामीण नागरिक न्यूनतम सुविधा एवं सम्मान चाहते हैं। भाजपा हर पंद्रहवें दिन गरीबों के लिए एक योजना लागू कर रही है। विपक्षी दलों द्वारा प्रधानमंत्री के ’56 इंच का सीना’ के जुमले का मजाक उड़ाए जाने का ऐसा करारा जवाब दिया कि तालियों का दौर एक बार फिर शुरू हो गया। उन्होंने म्यांमार से लेकर उड़ी की सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र किया। पूर्व मंत्री फागू चौहान, पूर्व मंत्री गोरख निषाद, पूर्व सांसद दारा चौहान, राष्ट्रीय परिषद सदस्य योगेंद्र नाथ राय, प्रदेश परिषद सदस्य डा. एचएन सिंह पटेल, प्रदेश पदाधिकारी आशुतोष राय, भरत सिंह, मनीष कुमार मिश्र, विनय राय बंटी, डा. चंद्रलेखा राय, डा. सीता राय, अंकिता त्रिपाठी, गुलाब गुप्ता, अशोक वर्मा, मनोज चतुर्वेदी एवं रमेश चतुर्वेदी आदि मंचासीन रहे।