समीर मिश्रा
कानपुर देहात : एक कम उम्र का मासूम सा दिखने वाला युवक ,साधारण लिबास पहने हुए,पीठ पर बैग लटकाए, दोपहर करीब ढाई बजे उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक के बंगले के सामने टैम्पो से उतरता है। बंगले में घुसकर वो एसपी के स्टेनों के बारे में पूछता है तो एक सिपाही हाथ से स्टेनो के कमरे की तरफ जाने का इशारा कर देता है। युवक ने पहुंचते ही स्टेनो से कहा ..जरा, एसपी कानपुर देहात का सीयूजी सिम दीजिए। यह सुनते ही स्टेनो के माथे पर सिलवटें पड़ गईं और बोले- आप है कौन सीयूजी सिम लेने वाले..?
इस पर युवक ने हंसकर कहा-मैं प्रभाकर चौधरी बलिया से आ रहा हूँ कानपुर देहात का नया एसपी । इतना सुनते ही स्टेनो के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं और झट से हाथ ऊपर कर सैल्यूट मारते हुए कहा..ससररररर… सॉरी सर। हमें अंदाजा न था कि आप इतने सादे अंदाज में चले आएंगे चार्ज लेने। हम तो सोचे थे कि आपके आने की सूचना पर हम गाड़ी भेजकर रिसीव करेंगे। आपने तो सरप्राइज कर दिया।इस पर इस युवक ने कहा-हमारा यही अंदाज है।
यहाँ बात हो रही 2010 बैच के आईपीएस प्रभाकर चौधरी की। शासन ने हाल में कुछ आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किए तो प्रभाकर चौधरी को कानपुर देहात का एसपी बनाया गया। उन्होंने कानपुर देहात एसपी का पद संभालने के अपने अनोखे अंदाज से सबको चौंका दिया।
आईपीएस प्रभाकर चौधरी का परिवार लखनऊ में रहता है। जब शासन ने कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक का चार्ज लेने का निर्देश दिया तो वे बुधवार को लखनऊ से रोडवेज की बस में बैठकर चल दिए। करीब पौने दो बजे कानपुर रोडवेज पर उतरे और बिना मातहतों को फोन किए ही टेंपो से एसपी के बंगले की ओर चल दिए। जब बिना किसी तामझाम के एसपी के इस तरह बंगले पहुंचने की खबर मिली तो पूरे जिले की पुलिस अलर्ट हो गयी ।
View Comments
बहूत खूब एस एस पी प्रभाकर चौधरी जी