सुदेश कुमार
बहराइच। आखिर प्रशासन को आम जनता के तकलीफों की सुध आ ही गई, और दस का सिक्का चालन से बाहर करने की ठान कर बैठे लोगो पर वह सख्त हुआ और अभियान चला कर 4 दुकानदारों पर कड़ी कार्यवाही करते हुवे उनकी दुकानों को सील कर उन पर सम्बंधित धाराओं में मुकदमा भी पंजीकृत किया है।
ज्ञातव्य हो कि मार्किट में दुकानदार दस का सिक्का लेने से लगातार मना कर रहे थे। प्रशासन को इसकी लगातार मिल रही शिकायतों और मीडिया रिपोर्टों में इस संबंध में हो रही अपनी फजीहत को रोकने के लिए आखिर आज स्थानीय प्रशासन सख्त हुआ और भारतीय मुद्रा अधिनियम के तहत अभियान चला कर दस का सिक्का लेने से मना करने वाले चार दुकानदारों क्रमशः ज़ीनत किराना, खलील शाही तंबाकू,खलीफा गारमेंट्स और सॉफ्ट प्रिंट कंप्यूटर की दुकानों को सील कर इनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवाया गया। प्रशासन की इस कार्यवाही से दुकानदारों के हड़कंप मच गया।
अधिनियम के अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति अथवा संस्थान किसी भारतीय मुद्रा को लेने से इंकार करता है तो इस अधिनियम के तहत मुक़दमा पंजीकृत किया जाता है और उसकी दुकान को सील कर दिया जाता है। इस अधिनियम में 17 साल तक की सजा अथवा 20 हज़ार रुपये जुर्माना या फिर अपराध की गंभीरता के आधार पर दोनों हो सकता है।
स्थानीय प्रशासन द्वारा इस कार्यवाही से जहा एक तरफ दुकानदारों में हड़कंप मच गया है वही दूसरी तरफ आम जनता ने राहत की साँस ली है।