देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए सैनिकों के परिवार को उस वक्त बड़ी ख़ुशी और शान्ति मिली जब शहीदों के परिवार को यह खबर मिली की भारतीय फौजों ने पकिस्तान की सीमा में घुस कर आतंकवादियों के शिविर ध्वस्त कर दिए । ऐसा ही कुछ एक नज़ारा कारगिल युद्ध में शहीद हुए एक सैनिक के परिवार में देखने को मिला जो ख़ुशी के मारे झूम झूम कर इन्डियन आर्मी ज़िन्दाबाद के नारे लगाते रहा और जमकर आतिशबाज़ी करता रहा मानो उसे अपने बेटे की शहादत का खून का एक एक कतरा रंग लाता नज़र आ रहा हो।
कारगिल के युद्ध में शहीद हुए मेजर सलमान कानपुर में रहते थे । उनका परिवार आज भी बाबूपुरवा कालोनी में रहता है। देर रात शहीद मेजर सलमान के पिता को जब भारतीय सेना के द्वारा पकिस्तान की सीमा के अंदर घुस कर आतंकवादियों के शिविर ध्वस्त किये जाने की सुचना मिली तो उनका पूरा परिवार ख़ुशी के मारे घर के बाहर आ गया उनके साथ इस ख़ुशी में क्षेत्रीय लोग भी शामिल हो गये । शहीद मेजर सलमान का परिवार इस ख़ुशी में झूम उठा और जमकर आतिशबाज़ी की ।
पिछले कई सालों से पाकिस्तानी आतंकवादियों के द्वारा हमारे देश का नागरिक मारा जारहा था उससे देश की जनता का एक ही सवाल था कि हनारी सेना आतंकवाद का जवाब क्यों नही देती । जैसे ही देश के लोगों को यह खबर पता लगी की हमारी सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर उन्के आतंकवादी शिविर को मिटा दिया है तो पूरा देश ख़ुशी से झूम उठा । इस मौके पर शहीद मेजर सलमान के पिता ने जमकर आतिशबाज़ी की साथ ही इन्डियन आर्मी ज़िन्दाबाद के नारे लगाते रहे।