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प्रशासन की लापरवाही है या फिर राजनैतिक संरक्षण कि लोहिया आवास को ही दे दिया दुकान का रूप

फारूख हुसैन

लखीमपुर( खीरी) //  निघासन = वैसे तो सरकार के द्वारा कई सुविधाएं जनता को दी जाती है परंतु  क्या वो सुविधाएं उन्ही लोगों को मिलती है जिनको उसकी जरुरत है शायद ऐसा नहीं है क्योंकि गरीब मजदूर की मज़बूरी उच्चाधिकारी और नेता नहीं समझते इसलिए वो बेचारा गरीब का गरीब ही रहता है और अपनी लाचारी और विवस्ता पर आँसू  बहाता नजर आता है।
हम बात कर रहे है तहसील निघासन के गाँव झंडी की जहाँ तत्कालीन प्रधान ने लोगों से सांठ गांठ कर खूब अपनी जेब भरी और ग्राम पंचायत में आये लोहिया आवासों में कभी कोई जाँच नहीं की क्या पात्रों के आवास बने है अगर बने है तो क्या उनका निर्माण कार्य सही ढंग से हो रहा है मगर इन सब बातों की जानकारी प्रधान जी क्या ले क्योंकि उनकी जेबें तो पहले से ही भरी जा चुकी थी जिसका जीता जागता सबूत लालपुर ग्राम पंचायत के गाँव झंडी में देखने को मिला जिसमे पात्र को मिले आवास को पात्र ने तत्कालीन प्रधान से सांठ गांठ कर लोहिया आवास को अपनी जरुरतों को पूरा करने के लिए दुकान का रूप दे दिया जिससे पात्र और तत्कालीन प्रधान के ऊपर सवाल उठना मुनासिब था मगर इस चीज को शासन प्रशासन देख कर भी अनदेखा कर रहा है जिससे सरकार के द्वारा गरीबों को दी जा रही सुविधाओं को ऐसे लोग ठेंगा दिखाते नजर आ रहे है जिसे शासन प्रशासन देख कर भी अनदेखा कर रहा है जिससे ऐसे लोगों के हौसले बुलंद दिख रहे है।
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