अखिलेश सैनी
बलिया। दोकटी थाना क्षेत्र के भुसौला गांव में टीकाकरण के सात घंटे बाद ही एक अबोध बालक की मौत हो गयी बालक की मौत से इलाके में सनसनी फैल गयी। टीकाकरण शिविर में जिन-जिन बच्चों को टीका लगा था, उनके परिजन परेशान हो गये। तीन अभिभावक तो उपचार के लिए अपने बच्चों को लेकर बलिया चले गये।
ग्राम सभा बहुआरा के प्राथमिक विद्यालय भुसौला प्रांगण में मंगलवार को एएनएम पुंद्रिका राय, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्री की मौजूदगी में खसरा व मस्तिष्क ज्वर टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान दर्जनों बच्चों का टीकाकरण हुआ। टीकाकरण के बाद कुछ बच्चों की तबीयत खराब होने लगी। सात घंटे बाद प्रभुनाथ यादव के एक वर्षीय पुत्र कृष्णा की हालत पूरी तरह बिगड़ गयी। रात किसी तरह गुजरी, बुधवार को तड़के परिवार के लोग कृष्णा को लेकर सीएचसी सोनबरसा जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया। कारवां चौथ के दिन इकलौते पुत्र की मौत से दहाड़े मार रही कृष्णा की मां प्रिया देवी टीकाकरण को ही दोषी मान रही है। रोते-रोते प्रिया की हालत खराब हो गयी है। उधर,टीकाकरण के बाद विश्वभर तिवारी व श्रीमती जानकी देवी के20 दिन के पुत्र अंशू की तबीयत खराब हो गयी। उसे परिवार के लोग बलिया के एक निजी नर्सिंग होम में पहुंचाये, जहां उसका उपचार चला। इसी तरह राजू व श्रीमती अनीता की तीन वर्षीय पुत्री रोशनी, लालबाबू व श्रीमती शीला की 14 माह की पुत्री सलोनी, करण व पूजा की एक वर्षीय पुत्री शिवानी,मनोज व श्रीमती मंजू का एक वर्षीय पुत्र आदित्य की तबीयत भी खराब हो गयी। इनके परिजन बच्चों को लेकर उपचार के लिए पीएचसी मुरलीछपरा पहुंचे, लेकिन वहां कोई भी चिकित्सक नहीं था। इसके चलते इन बच्चों का उपचार निजी चिकित्सक के यहां चल रहा है।