कानपुर. इब्ने हसन जैदी. राजनीति कब क्या न कराए, कुछ कहा नहीं जा सकता। यह बात इस समय कांग्रेस नेताओं पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। कल तक कांग्रेसी जिस नेता को माला पहनाने के लिए पूरा जोर लगाते थे, आज उसी का पुतला फूंककर उसे गद्दार साबित कर रहे हैं। जीहां, हम बात कर रहे कांग्रेस की पूर्व प्रदेष अध्यक्ष डाॅ रीता बहुगुणा जोषी की, जिनके भाजपा में जाने के बाद कांग्रेसी नाराज हैं और अब उनका पुतला फूंककर अपने आक्रोष को जाहिर कर रहे हैं।
अशोकनगर चैराहा पर लगा कांग्रेसी नेताओं का यह जमावड़ा उस विरोध को दर्षाने के लिए है, जिसमें उनकी नेता रही कांग्रेस की पूर्व प्रदेष अध्यक्ष डाॅ रीता बहुगुणा जोषी ने अब पाला बदलकर भाजपा को ज्वाइन कर लिया है। रीता भाजपा में क्या षामिल हुईं, इससे उन नेताओं को सबसे ज्यादा धक्का लगा, जो उनके बहाने कहीं न कहीं से टिकट की दावेदारी में लगे हुए थे। भाजपा में षामिल होने के बाद कांग्रेसी नेताओं ने अषोकनगर चैराहा पर उनका पुतला फूंककर अपने आक्रोष को भी जाहिर किया। यही नहीं, कांग्रेसी नेता अब उन्हें खानदानी गद्दार बताने में लग गए हैं। पुतला फूंकने में षामिल रहे षहर कांग्रेस अध्यक्ष हरप्रकाष अग्निहोत्री, रवींद्र षुक्ल मुन्ना, गुलाब कोरी आदि ने कहा कि जिन नेताओं के लिए कांग्रेस ने सबकुछ किया, यदि वह पाला बदल दें तो उन्हें गद्दार ही कहा जाएगा। रीता के पुतला दहन की अगुवाई करने वाली कांग्रेस नेता ममता तिवारी ने कहा कि बहुगुणा परिवार के लोगों को कांग्रेस ने हमेषा से षीर्श पर बैठाया लेकिन इस परिवार ने पार्टी के साथ कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को इस तरह के नेताओं की पहचान कर अब ठोस कदम उठाने चाहिए।