नेपाल से टैक्सी से दिल्ली जा रहे थे ऊसके बाद धर्मशाला जाने और दलाई लामा से मिलते की बात कह रहे है।पकडे गये तिब्बती खुद को चाईना समर्थक न बताते हुए खुद को दलाई लामा के समर्थक बता रहे है और नेपाल से चोरी छिपे भारत होकर धर्मशाला जाने की बात कह रहे है।
कल रात 10 बजे एक टैक्सी से पाँच तिब्बती लामा के डेस पहने हुये जैसे ही नेपाल से भारत मे घुसे और होटल निरजना के पास पहुँचने से पुर्व इमरिग्रेशन के अधिकारीयो ने टैक्सी रोक कर पाचो तिब्बतीयो को पकड कर पूछ ताछ हेतु अपने कैम्प ले गयी । इमरिग्रेशन के सोनौली इन्चार्ज एस . सी . तिवारी ने बताया कि पकडे गये लामा तिब्बतीयो का नाम कालसाग सेरिग , लोसाग , ज्ञातसो , पासाग , तसुलतिग गैलिक है ।
इनके पास पासपोर्ट और भारत मे जाने के लिये कोई कागजाद नही है ।
जबकी तसुलतिग गैलिक नामक व्यक्ति के पास इडियन वोटर आईडि मिला है, जिसका नम्बर 1480254 व पता- न्यू अरूना नगर दिल्ली का है । पाँचो का कहना है वह दिल्ली होकर धर्मशाला दलाई लामा के पास जा रहे थे । सोनौली बार्डर पर इमरिग्रशन व खुफिया बिभाग तथा अन्य एजन्सियो द्वारा पूछ ताछ कीजा रही है ।
अधिकारी लखन्ऊ और दिल्ली अपने अधिकारीयो से तिब्बतीयो के सम्बन्ध मे बिचार बिमर्स कर रहे है पकडे गये तिब्बती इमरिग्रेशन मे रखे गये है ।