इससे अपराध नियंत्रण में बड़ी सहायता मिलेगी। उन्होंने प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों के कौशल विकास के लिए उनकी सराहना की। यूपी डायल 100 के बारे में उन्होंने बताया कि इस सेवा में लगने वाली गाड़ियां लग्जरी क्लास की होंगी और वे जीपीएस सिस्टम से लैश होंगी। इससे उनकी लोकेशन हमेशा कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी। इन गाड़ियों में हर तरह के संसाधन, सुविधाएं और तकनीक होगी, जिनसे किसी भी प्रकार की स्थिति से तत्काल निपटा जा सके। ये गाड़ियां प्रत्येक थानों के हर रूट पर तैनात रहेंगी तथा अपने क्षेत्र में भ्रमण करती रहेंगी। जब भी कोई व्यक्ति 100 नंबर डायल करेगा, वे तत्काल मौके पर पहुंच जाएंगी। वहां पहुंचते ही घटनास्थल का आडियो-वीडियो भी बनाया जा सकेगा। गाड़ी में दंगा नियंत्रण उपकरण से लेकर लाठी, डंडे, बाडी प्रोटेक्टर और अत्याधुनिक असलहे भी होंगे। इस सेवा में लगे पुलिसकर्मियों को पुलिस से अलग प्रशिक्षण दिया गया है। यह वाहन हमेशा लखनऊ कंट्रोल रूम के राडार पर होंगे। थोड़ा भी इतर हुए तो पकड़ में आ जाएंगे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रशिक्षण पूरा होने के बाद शीघ्र ही 35 नई गाड़ियां मुख्यालय को प्राप्त हो जाएंगी।
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