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बिना सुरक्षा कर्मी आम जन की तरह बैंक की कतार में लगे कांग्रेस विधायक अजय राय |
(जावेद अंसारी)
कांग्रेस विधायक अजय राय ने आज प्राय: चार घंटे तक बैंक की लंबी लाइन में लगकर अपने पुराने नोट बदलकर नये नोट के भुगतान प्राप्त किये, बैंक शाखाओं पर चल रहे अफरातफरी के आलम के बीच लोगों की समस्या और तकलीफें साझा कीं, राय के हथुआ मार्केट स्थित यूनियन बैंक शाखा पर लगातार लाइन में खड़े हो कर अपने पुराने नोट बदलवाने गये, वहीं काफी लोग उनसे आकर मिलते और नागरिकों को हो रही भारी समस्या की चर्चा करते रहे,
विधायक के लाइन में खड़े होने की जानकारी पर बैंक शाखा प्रबंधक ने पहले संदेश द्वारा और फिर स्वयं आकर विधायक अजय राय से निवेदन किया कि आप पंक्ति से अलग आकर शाखा में चलें और भुगतान ले लें, राय ने ऐसा करने से विनम्रता के साथ इनकार कर दिया,लेकिन दो बुजुर्गों को लाइन से ले जाकर भुगतान दिलाने का आग्रह जरूर किया जो सुबह से दो बैंक शाखाओं से क्रमश: दो दो घंटे की लाइन लगाने के बाद की गई इस घोषणा के बाद बैरंग लौट आये थे कि बैंक शाखा में पैसा समाप्त हो गया है, मो.मोबिन और एस.के. शुक्ल को उनके इस आग्रह पर बैंक ने करेन्सी एक्सचेंज भुगतान किया।
रो रही गरीब महिला की किया मदद
विधायक अजय राय ने करेन्सी एक्सचेंज में दो हजार के दो नोट लेकर निकली रो रही एक गरीब महिला से परेशानी पूछी तो उसने कहाकि दो हजार के नोट लेकर हम कैसे घर के जरूरी काम करें, विधायक ने उनके लिए सौ के नोट कि व्यवस्था कराई,
गरीब बुनकर को दिया अपने पैसे
वह स्वयं चार हजार के करेन्सी एक्सचेंज में सौ रूपये के नोट लेकर निकले तो दो बुनकर युवक दो हजार की नोट हांथ में लिये सामने आये और कहाकि इन बड़े नोटों से हमारा काम कैसे चले, उन्होंने सौ रूपये के अपने चालिस नोटों से उनकी मद्द की।
अजय राय ने कहा :-
अजय राय ने आज के अनुभवों के बाद एक वक्तव्य में कहा है कि सरकार ने बिना समुचित तैयारी के करेन्सी बंदकर आम लोगों के रोजमर्रा के जीवन को असाध्य बना दिया है, बंद किए हजार एवं पांच सौ के नोट और विकल्प में तैयार किये केवल दो हजार के नोट,अपनी कमाई का शुद्ध पैसा निकालने की सीमा इसीलिए इतनी कम मात्र चार हजार रखी गई है जिससे आम जनजीवन किसी आपात हालात में संत्रस्त हो गया, अस्पताल में डिस्चार्ज स्लिप बन जाने पर भी लोग डिस्चार्ज नहीं करा पाने की समस्या लेकर आ रहे हैं, लगता है वैकल्पिक हजार और पांच सौ की वैकल्पिक करेन्सी छापे बिना यह कदम, जल्दबाजी में महज आसन्न चुनाव के राजनीतिक लाभ के मंसूबे से उठाया गया,जिसके चलते आम जनजीवन एक संत्रास में जहां फंस गया है,वहीं दूसरी ओर बैंकिंग के मूल काम एवं बाजार ठप हैं, दो हजार के नोट की साइज ए.टी.एम.से मेल नहीं खाती और पांच सौ की नोट से उसमें जहां सत्ताइस लाख लोड होता था वहां मजबूरी में बैंक द्वारा सौ के नोट डालने पर महज तीन लाख लोड होने से एक ही घंटे में मशीन ठप हो जा रही है।
लाइन लगाने वालों में ये थे शामिल वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रो.सतीश राय, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, छावनी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह व महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष विकास सिंह शामिल थे।
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Javed Ansari Ji clown times se Jada aap Pnn24 ka naam Roshan Kar sakte h Hame as a last a h