अंजनी राय
बलिया : देश व कर्तव्य पथ पर अपनी जान की बाजी लगाने वाले वीरों की फेहरिस्त में बागी भूमि के एक और जवान का नाम जुड़ गया। उड़ी सेक्टर में पाकिस्तानी आतंकियों से लोहा लेते वीरगति को प्राप्त करने वाले दुबहड़ डेरा निवासी राजेश यादव के बाद हल्दी थाना क्षेत्र के राजपुर एकौना निवासी रमाशंकर यादव रविवार की देर रात भोपाल जेल से भाग रहे सिमी आतंकियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए।
घटना की सूचना पर जवान के गांव में शोक की लहर दौड़ गई। राजपुर एकौना निवासी स्व. हरिहर यादव की पांच संतानों में दूसरे नंबर के रमाशंकर मध्य प्रदेश कारागार पुलिस में हेड कांस्टेबल पद पर तैनात थे। जेल में निरुद्ध सिमी आतंकी जब रविवार की देर रात जेल की सुरक्षा में सेंध लगाकर भागने लगे तो रमाशंकर ने अपनी वीरता का परिचय देते हुए उन्हें रोकने का भरपूर प्रयास किया पर आठ की संख्या में आतंकियों के होने के कारण वे उन पर भारी पड़े और गला रेत कर उन्हें मौत की नींद सुला दिया।
हेड कांस्टेबल रमाशंकर भले ही आतंकियों को नहीं रोक पाए पर कर्तव्य पथ पर शहीद होकर अपना तथा अपनी मिट्टी का नाम अमर कर गए। रमाशंकर के शहादत की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंची पूरा गांव शोक में डूब गया। हालांकि गांव पर रमाशंकर के भाई राजकुमार यादव और उनके दूसरे भाई उमाशंकर की बहू सुनीता ही थीं, जिनका रो-रो कर बुरा हाल था। रमाशंकर के दो पुत्र शंभू व प्रभु हैं जबकि एक बेटी सोनिया है जिसकी शादी आगामी नौ दिसंबर को भोपाल से ही होनी थी। घटना की जानकारी होते ही सोमवार की सुबह उमाशंकर की पत्नी प्रेम ज्योति देवी व इनकी बहू शीला देवी भोपाल के लिए रवाना हुई।