वाराणसी. 25 अक्टूबर 2016 की वह सुबह अमूमन सुहानी थी लोग अपने काम धाम में अभी जहा व्यस्त हो रहे थे तभी लगभग 12 बजे आये एक समाचार ने आदमपुर थाना क्षेत के लोगो के होश फाख्ता कर दिए थे. शहर के बीच घनी आबादी के ज़ेरगुलर में एक 70 वर्षीय बुज़ुर्ग महिला की उसके घर में गला दबा कर हत्या कर दी गई थी. घटना की क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई क्योकि मृतिका के घर के लोगो का कहना था कि चोरी के प्रयास में हत्या की गई है. घटना की संवेदनशीलता के मद्देनज़र मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक, पुलिस अधिक्षक (नगर), क्षेत्राधिकारी भी पहुचे थे. क्षेत्र में एक खलबली सी मची थी कि ऐसे जघन्य हत्या किसकी मजाल हुई करने की. एक बुज़ुर्ग महिला की हत्या करने के पीछे का क्या कारण हो सकता है. फारेंसिक टीम सहित खोजी कुतिया भी मौके पर आई मगर नतीजा लगभग सिफर था. घटना के दिन ही वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक ने क्षेत्रिय थाने को सख्त निर्देशित किया था कि जल्द से जल्द घटना का अनावरण कर कातिल को पकड़ा जाय.मृतिका के पति अनवर जमाल ने अज्ञात हत्यारों के विरुद्ध अपराध संख्या 189/16 पंजीकृत करवाया जिसकी विवेचना में पुलिस लग गई.
घटना का सफल अनावरण करते हुवे थाना प्रभारी आधेष नाथ सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्ट्यतः वादी मुक़दमा ने इस हत्या को चोरी अथवा संपत्ति विवाद के रुख में मोड़ा गया. पुलिस ने जब इसकी पूरी छानबीन की तो ऐसा कोई दृष्टिकोण नज़र नहीं आया. घटना के सम्बन्ध में क्षेत्रिय लोगो से पूछताछ की गई. मगर पुलिस के हाथ खाली के खाली ही रहे. समय इसी दरमियान पुलिस ने वादी के निजी ज़िन्दगी को खंगालना शुरू किया तो पुलिस को एक के बाद एक कडिया जुडती नज़र आई और खुद को फंसा देख आखिर वादी मुकदमा ने अपना जुर्म पुलिस के सामने कबूल कर लिया. घटना का मुख्य कारण वादी मुकदमा और अब आरोपी का अवैध सम्बन्ध निकल कर सामने आया.
हत्याभियुक्त आखिर टुटा और पुलिस से अपना जुर्म कबूल करते हुवे बताया कि उसका एक स्कूल है जिसका वह मैनेजेर है. हत्याभियुक्त का अवैध सम्बन्ध उसके स्कूल में पढ़ाने वाली एक शिक्षिका से कई वर्षो से चल रहा था. इस सम्बन्ध के खिलाफ हमेशा उसकी पत्नी (मृतिका) रहती थी और इसको लेकर दोनों में अक्सर झगडा भी हुआ करता था. घटना वाले दिन भी इसी प्रकरण को लेकर झगडा हुआ और उसने पत्नी की पिटाई कर दिया जिससे वह बेहोश हो गई. उसके बेहोश होने के बाद उसने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर घर से निकल कर वापस अपने स्कूल आ गया. पुलिस ने अभियुक्त अनवर जमाल को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर दिया जहा से उसको न्यायालय ने जेल भेज दिया है. घटना का सफल खुलासा करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी अशेष नाथ सिंह, एसआई चन्द्र प्रकाश कश्यप, का. दिनेश यादव, का. रमाकांत तिवारी और का. अशोक सिंह थे.