नोट बंदी के भवर में फ़सा हर आदमी अपने खुल्ले पैसों को अपनी जेबों में हिफाजत से रख रहा है। और जिनके पास बड़े नोट है वो बैंको की लाइनों में घंटो खड़ा है। ऐसे में अगर कोई पुलिस वाला आपको अपनी जेब में से रखे खुल्ले रूपये किसी जरूरत मंद को निकाल कर दे दे तो आप यही कहेंगे की इंसानियतअभी ज़िंदा है।
स्योहारा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर हरवीर सिंह ने एक जरूरत मंद की तीन सो रुपयों से मदद कर इसी इंसानियत का परिचय दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार थाने में एक 35 साल का व्यक्ति आता है और थाना प्रांगण में मौजुद दरोगा हरवीर सिंह से मिलता है और पांच सो रुपयों का छूटता माँगता है जिस पर उक्त दरोगा उसे बैंक जाने को कहते है जिस पर वो व्यक्ति कहता है की बहुत देर से बैंक की लाइन में लगा हुआ था वहा से मुझे छुट्टे पैसे नही मिले और मुझे अपने बच्चे की दवाई लानी है आप मेरा पांच सो का नोट रख लो और मुझे दो तीन सो रूपये दे दो ताकि में अपने बच्चे की दवाई ला सकू. उक्त व्यक्ति की बात सुन हरवीर सिंह भावुक हो गये और अपना पर्स निकाल कर उसमे रखे तीन सो रूपये उस जरूरत मंद को दे दिए तीन सो रूपये लेकर जरूरत मंद व्यक्ति ने अपना पांच सो का नोट दरोगा हरवीर सिंह के देने लगा जिसे लेने से दरोगा ने इनकार करते हुए उसे जरूरत मंद को अपने पास रखने को कहते हुए कहा कि जाओ जब छुट्टे हो जायेगे और बच्चा ठीक हो जायेगा तब देना अभी इसको अपने पास रखो और उसको थाने से रवाना किया।