राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण द्वारा फोर लेन निर्माण में किसानों की अधिग्रहण की जाने वाली जमीन के मुआवजे और उससे संबंधित विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सोमवार को काछीकला गांव में लगाए गए कैंप में कोई सक्षम अधिकारी के नहीं आने से शिकायतकर्ता किसान भड़क गए। कैंप में न तो राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का कोई अधिकारी मौजूद था और न ही राजस्व विभाग का। प्राधिकरण द्वारा नियुक्त प्राइवेट कर्मियों ने बताया कि पूरे गांव का सर्किल रेट एक है और सबको एक ही सर्किल रेट पर जमीन का मुआवजा दिया जाएगा।
इससे किसानों में जबर्दस्त आक्रोश रहा। किसानों का कहना रहा कि राजस्व और रजिस्ट्री कार्यालय में एक ही गांव में जमीन की अलग-अलग हिसाब से सर्किल रेट तय है। इस दौरान किसानों ने बताया कि अधिग्रहण की जाने वाली जमीन प्रकाशित सूची में नाम दर्ज नहीं है जबकि जिला प्रशासन ने उसके लिए आपत्ति किए जाने के बाद भी संज्ञान में नहीं लिया।
गांव निवासी प्रमोद राय ने बताया कि किसानों की जमीन तो एकमुश्त ली जा रही है लेकिन उसका भुगतान अनियमित रूप से प्रकाशित सूची के द्वारा कई किश्तों में भुगतान करने की बात बताई जा रही है। कैंप में आए कर्मियों द्वारा किसी बात का उचित जवाब नहीं मिलने से किसान आक्रोशित दिखे और कर्मचारियों को किसी प्रकार के दस्तावेज देने से साफ मना कर दिया। इसकी शिकायत जिला प्रशासन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मंत्रालय से किए जाने की बात कही।