दूसरे तरफ देश की बड़ी आबादी किसान और मज़दूर है। जिनको इस नोट बंदी से भारी असुविधा हो रही है। लेकिन वो भी देशहित में सरकार के फैसले के साथ है। आईरा के सभी प्रदेश इकाई ने इस फैसले के प्रति लोगो में जागरूकता लाने का काम किया है।लेकिन सरकार से हमारी अपील हे की नोट वितरण के काम में और तेजी लाई जाय जिससे लोगो में इस फैसले के प्रति रोष न आये। इसके अलावा हमारा संगठन सरकार का ध्यान इस और भी लाना चाहता है की स्वस्थ लोकतंत्र के लिए प्रेस की स्वतंत्रता सबसे जरुरी है। ये तभी संभव हो सकेगा जब पत्रकार खुद को सुरक्षित महसूस करे। इस दिशा में में भारत सरकार से अनुरोध करूँगा की वो पत्रकार सुरक्षा कानून को पारित करे।जिससे की पत्रकार समाज हित में स्वत्रंत और निष्पक्ष लेखक कर सके।
शफी उस्मानी डेस्क: हिंदल वली गरीब नवाज़ ख्वाजा मोइंनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैही के उर्स मुबारक…
ईदुल अमीन डेस्क: उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को निर्माणाधीन इमारत…
मो0 कुमेल डेस्क: केरल के पथानामथिट्टा ज़िले में एक 18 साल की दलित-एथलीट युवती द्वारा…
तारिक खान डेस्क: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कुम्भ मेले को लेकर सरकार पर…
आफताब फारुकी डेस्क: असम के दीमा हसाओ ज़िले की एक खदान में फंसे मज़दूरों को…
सबा अंसारी डेस्क: इंडिया गठबंधन के घटक दल शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत…