अंजनी राय. बलिया। कार्य में लापरवाही बरतने वाले चार शिक्षकों को बीएसए डॉ. राकेश सिंह ने शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया, इसमें दो प्रधानाध्यापक है। इसके अलावा दो अनुदेशकों समेत चार शिक्षकों के वेतन भुगतान पर अग्रिम आदेश तक रोक लगाया गया है। बीएसए की इस कार्रवाई से विभागीय गलियारे में हड़कम्प है।
किसी को आभास भी नहीं रहा होगा कि बीएसए गंगा नदी के पार नाव से उतरकर विद्यालयों की जांच करेंगे, लेकिन शुक्रवार को बीएसए बैरिया शिक्षा क्षेत्र के नौरंगा ग्राम पंचायत स्थित आधा दर्जन स्कूलों की जांच करने नाव से पार उतर गये। नाव से उतरने के बाद बाइक से प्रावि भुआलछपरा नम्बर-एक पर पहुंचे बीएसए को शिक्षिका नीलम देवी उपस्थित मिली। जांच पड़ताल करने के बाद बीएसए प्रावि भुआलछपरा नम्बर-दो पर पहुंचे, वहां भी जितेन्द्र कुमार मिश्र व मुन्नी देवी मौजूद मिली। बीएसए जब उप्रावि भुआलछपरा पर पहुंचे तो वहां कोई नहीं था। विद्यालय पर ताला झूल रहा था। ग्रामीणों ने भी शिकायत किया, जिस पर बीएसए ने तत्काल प्रभाव से प्रधानाध्यापक गिरिजाशंकर पांडेय को निलम्बित करने का आदेश जारी किया, जबकि सहायक अध्यापक विनोद सिंह, संजय कुमार यादव के अलावा अनुदेशक रंजय कुमार व राकेश कुमार का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया। प्रावि नौरंगा पर रमेश कुमार तिवारी उपस्थित मिले, जबकि संजय कुमार के बारे में बताया गया कि वे कभी भी विद्यालय नहीं आते है। इस पर बीएसए ने संजय कुमार को भी निलम्बित कर दिया। प्रावि चक्की नौरंगा पर बीएसए को पता चला कि यह स्कूल दीपावली के बाद खुला ही नहीं। 15 अगस्त को झंडारोहण भी नहीं किया गया था। बीएसए ने इसे गंभीरता से लेते हुए यहां के शिक्षक महेश गुप्त को सस्पेंड कर दिया। प्रावि उदईछपरा नौरंगा पर तीनों शिक्षक उपस्थित मिले। यहां भवन को अधूरा देख बीएसए ने पूछताछ किया तो बताया गया कि उप्रावि नवकागांव में तैनात संजीत तिवारी ने बतौर भवन प्रभारी काम कराया था। 2013 से अब तक भवन को पूरा न कराने पर बीएसए ने इन्हें भी सस्पेंड कर दिया।