(शाहनवाज़ अहमद और मो इस्राफील अंसारी)
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने भीड़ जुटाने में आज गाजीपुर की मोदी की रैली को पीछे छोड़ दिया. इसको अंसारी बंधुओ की अपनी मेहनत और पकड़ कहे या फिर शायद मुलायम सिंह का अपना पार्टी नेताओ में सम्मन मगर सब मिलाकर यह रहा कि आज की यह रैली मोदी की परिवर्तन यात्रा से कही ज्यादा भीड़ इकठ्ठा करने में सफलता प्राप्त की. भीड़ की हालत कुछ ऐसी थी कि पूरा शहर थम सा गया था. हर तरफ समाजवादी विचारधारा का ही झंडा दिखाई दे रहा था
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सभा को संबोधित करते हुवे सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा कि पार्टी में गुटबाजी और चुगलखोरी के खिलाफ चेतावनी करते हुए युवाओं का आह्वान किया कि आने वाले वक्त में वे ही पार्टी को आगे बढ़ाएंगे, लिहाजा वे अनुशासन में रहें और समाजवादी साहित्य पढ़कर खुद को भविष्य के लिए तैयार करें,
सपा मुलायम सिंह यादव ने बुलंद आवाज में कहा, दिमाग से गुटबाजी निकाल दो,
इसके-उसके समर्थक बनने के बजाय समाजवादी पार्टी के बनकर रहो,पहचान हो गई है कि सपा के शुभचिंतक कौन हैं और गलत काम करने वालों के शुभचिंतक कौन हैं, हम जनता पर विश्वास करते हैं कि जनता हमारा साथ देगी, हम पार्टी की एकता चाहते हैं,स्पष्ट बहुमत की सरकार चाहते हैं, यह हमारा लक्ष्य है(नोट मुद्दा) पर क्या बोले प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने नोटबंदी को लेकर केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला, शिवपाल ने कोआपरेटिव बैंकों में लेन-देन पर पाबंदी को किसानों और बुनकरों पर अत्याचार बताते हुए कहा कि आज पूरे देश का गरीब अपने आपको ठगा महसूस कर रहे है, गरीब शाम तक लाइन में लगता है तब उसे अपना पैसा मिलता है मिला तो ठीक नही फिर सुबह उस गरीब की तो है ही लाइन में, महिलाएं भी लाइन में लगी हैं,
महिलाअों ने भी जो थोड़े-थोड़े पैसे इकट्ठा किये थे, अपने बुड़हापे के सहारे के लिए बीमारी के लिए जो पैसे इकट्ठा किये थे, आज उन्हें भी लाइन में खड़ा हो कर अपने मेहनत के पैसे लेने होते है, यदि मिला तो ठीक नही तो बुजुर्ग महिला भी बैंक में भणाष निकालते घर का रास्ता पकड़ लेती है, भले ही उसके घर की चुली में आग जले या ना जले, इस सभा में सपा के बाकी दिग्गज मौजूद थे, लेकिन अखिलेश यादव नहीं थे, पीएम मोदी फरमाते हैं कि ईमानदार सुख की नींद सो रहा है, वो बहुत खुश हैं, हमारे इस फैसले से क्या हम लोग बेइमान हैं, क्या जो लोग परेशान हैं, वह बेईमान हैं, क्या जनता बैमान है,गरीब मजदूर किसान नवजवान क्या ये सब बेईमान है, इस तरह की बातें करना ठीक नहीं है, प्रधानमंत्री का यह घमंड ठीक नहीं है,
कार्यकर्ताओ की आपस में हुई झड़प
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की रैली से पहले मे चली कुर्सिंया,रैली के दौरान कार्यकर्ता आपस में भिड़े,सपा कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर फेंकीं कुर्सिंया, पुलिस ने कार्यकर्ताओं को समझा बुझा कर माहोल को शांत किया।