संजय ठाकुर
मऊ : डीसीएसके स्नातकोतर महाविद्यालय छात्रसंघ निर्वाचन 2016-2017 का चुनाव रविवार को भारी गहमा व पुलिस प्रशासन के चाक चौबंद व्यवस्था के बीच सम्पन्न हुयी। पुलिस प्रशासन ने कालेज कैम्पस की तरफ आने बाले सारे रास्तों पर मतदान व मतगणना के समय तक रोक लगा दिया था।
सुबह मतदान के बाद शुरु हुए मतगणना के परिणाम में अध्यक्ष पद पर अश्वनी सिंह ने 953 वोट पाकर अपने प्रतिद्वंदी अमन यादव को 355 मतों के भारी अंतर से पराजित कर अध्यक्ष पद पर ऐतिहासिक जीत हासिल की। वही इस पद पर रविकांत यादव को 553 मत मिला। महामंत्री पद पर हुए चुनाव में विशाल कुमार को 845 मत मिला उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी मयंक पांडेय को 252 मतों के अंतर से पराजित किया। महामंत्री पद पर ही राघवेंद्र प्रताप सिंह को 509 मत यशवंत सिंह को 182 मत प्राप्त हुआ।
उपाध्यक्ष पद के चुनाव में चंदन साहनी 951 मत पाकर विजयी हुए उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी प्रतिद्वंदी मोहम्मद जाहिद को 337 मतों से पराजित किया। इस पद पर रंजीत कुमार को 358 मत प्राप्त हुए। पुस्तकालय मंत्री के रूप में आशीष गुप्ता 1206 मत पाकर अपने प्रतिद्वंदी मोहम्मद आसिफ को 346 मतों के अंतर से पराजित किया। विज्ञान संकाय प्रतिनिधि के रूप में मोहम्मद राशिद को 139 मत मिला वे अपने प्रतिद्वंदी पवनेश कुमार भारती को मात्र 21 मतों के अंतर से पराजित किये। कला संकाय प्रतिनिधि के रूप में अजय कुमार यादव 432 मत प्राप्त कर अपने प्रतिद्वंदी अविनाश सिंह को 80 मतों के अंतर से पराजित किया। इस पद पर अभय कुमार यादव को 291 मत, अमित चौधरी को 161 मत, अमरेंद्र प्रताप सिंह को 126 मत, गोलू खरवार को 124 मत, दिनेश चौहान को 92 मत, अंगद सिंह को 86 मत न विवेक रावत को 60 मत मिला।
अंत में डीसीएसके पीजी कालेज की मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रशीका रियाज ने सभी विजयी प्रत्याशियों के निर्वाचन की घोषणा की। उसके बाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ए के मिश्रा ने सभी विजयी प्रत्याशियों को शपथ दिलायी। छात्रसंघ चुनाव के दौरान कॉलेज कैंपस में पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी पहुंच कर चुनाव का जायजा लिये तथा कानून व्यवस्था के मद्देनजर मातहतों को निर्देश दिए। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने छात्र नेताओं से भी वार्तालाप किया। चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने कालेज के पास कुछ दूरी तक छात्र-छात्राओं व आमजनों को प्रशासन द्वारा सिर्फ पैदल आने-जाने दिया। बड़े व छोटे वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक था। जगह-जगह पुलिस व पीएससी के जवान व पुलिस विभाग के कोतवाल, दारोगा व थानाध्यक्ष तैनात रहे।