(शेर सिंह “गौरव”)
लखनऊ. सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने शनिवार को समाजवादी पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित सभी युवा नेताओं की वापसी के संकेत पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की तरफ से मिल गए है। नेताओं ने मुलायम सिंह से बातचीत की और माफीनामा सौंपा है। इस सिलेसिले में सभी बर्खास्त युवा नेताअों अौर एमएलसी शनिवार को मुलायम के आवास पहुंच थे।जिसके तहत सभी सदस्यों ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह को माफीनामा सौंपा। उसके बाद सभी बर्खास्त युवा नेताओं को माफीनामे का सर्टिफिकेट दिया गया।
सपा से जुड़े एक विधान परिषद सदस्य ने बताया कि नेताजी को इस बात का एहसास हो चुका है कि पिछले दिनों सपा के भीतर जो कुछ भी चला उससे पार्टी की काफी फजीहत हुई है और आम लोगों के बीच काफी खराब संदेश गया है। इससे चुनाव की तैयारियां भी प्रभावित हो रही हैं।
इन नेताअों की हुई वापसी
सपा से निकाले गए एमएलसी संजय लाठर, आनंद भदौरिया, सुनील साजन, यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव और गौरव दूबे की वापसी हो सकती है। इसके अलावा रामगोपाल यादव के भांजे और एमएलसी अरविंद यादव की भी वापसी हो सकती है। इन नेताओं पर मुलायम सिंह यादव के घर के बाहर नारेबाजी का आरोप था। एमएलसी उदयवीर सिंह को छोड़कर सभी बर्खास्त नेताओं को पार्टी में शामिल कर लिया गया है।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, रामगोपाल को पार्टी में वापस लिये जाने के बाद अखिलेश यादव खेमा एक बार फिर मजबूती से उभरकर सामने आया है। शिवपाल पार्टी और सरकार के भीतर कमजोर साबित हुए हैं। उन्होंने रामगोपाल पर गंभीर आरोप लगाकर उन्हें बाहर करवाया था। अब रामगोपाल तो पार्टी के भीतर आ गए, लेकिन शिवपाल अभी भी मंत्रिमंडल से बाहर ही हैं। सूत्रों के मुताबिक रामगोपाल को पार्टी से निकाला जरूर गया था, लेकिन मुलायम सिंह यादव ने रामगोपाल यादव को राज्यसभा में पार्टी का नेता बनाए रखा था।
यहां तक कि रामगोपाल यादव के निष्कासन की सूचना भी राज्यसभा के सभापति कार्यालय को नहीं दी गई थी। माना यह भी जा रहा है कि अखिलेश यादव लगातार उनकी पार्टी में वापसी की कोशिश में लगे हुए थे जिसके बाद ये फैसला लिया गया है।