प्रमोद कुमार दुबे
मोदी सरकार के नोट बंदी का असर अभी भी साफ देखने को मिल रहा है। जब की पुरे 21 दिन बितने को है लेकिन फिर भी न तो बैंको में समय से पैसा पहुच रहा है, और न ही एटीएम चालू है। बताते चले की कादीपुर, सूरापुर, करौंदी समेत कुल 8 एटीएम है। लेकिन एक भी एटीएम में पैसा नही है जनता इस नोट बंदी के फैसले से परेशान होते हुए भी इस आस में है कि हो सकता है कि जल्द ही हमारे जरुरत के लिए पैसे मिलने लगे और हमारी जरूरते पूरी हो सके बैंको में 2-2 दिनों तक पैसा नही होता है और जब पैसा आ जाता है तो लोगो की लंबी कतारें लग जाती है।
मोदी के द्वारा शादी वाले परिवार के लिए पैसे की सीमा बढा तो दी गयी है। लेकिन बैंक में पर्याप्त मात्रा में पैसा न होने के कारण लोगो को 2 हजार से ज्यादा नही मिल पाता है। इसके अतिरिक्त बैंक के एक कर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमारे पास अभी तक कोई ऐसा सॉफ्टवेयर नहीं आया है. हम इसकी पंचिंग कहा करेगे.
इस सम्बन्ध में जब विजेथुआ राजापुर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के बैंक मैनेजर से हमने बात किया तो उन्होंने कहा कि जनाब जब पैसा प्रयाप्त मात्रा में आये तब हम ग्राहको को पैसा उपलब्ध कराएंगे बैंक में 2 से 4 लाख रुपये आते है। अगर इस दशा में हम किसी एक शादी वाले परिवार को दे भी देंगे तो और बचे लोग कहा जायेंगे।
वही दूसरी तरफ शादीवाले घरों को छोड़ कर किसान भी मोदी के फरमान से परेशान है। बैंक से 2 से 4 हजार मिल रहे है जिसको लेकर वो खाद खरीदे या घर का काम देखे ऐसे में लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण बैंको में पैसे की समस्या अभी भी बरकरार है लोग परेशान है रोज बैंक का चक्कर लगाते है। लेकिन उन्हें पैसा नही मिल पाता है। बहुत मशक्कत के बाद जब 2000 का नोट हाथों में किसी तरह आ भी जाता है तो समस्या छुट्टे पैसे का हो जाता है। कोई छुट्टे देने के लिए तैयार नही है। और लोगो के चेहरे पर उदासी बनी हुई है।