मुहम्मद राशिद.
शाहजहांपुर. अस्पतालों मे पाँच सौ व हजार के नोटों को लेने के आदेश के बाबजूद शाहजहाँपुर के सिटी अस्पताल मे मरीज को धक्के मारकर भगा दिया गया ।डाक्टर की वेशर्मी देखिए कि जब उससे कारण पूछा गया तो वह भड़क गया पुराने नोटों का चलन बंद होने का खामियाजा मरीजों को अस्पतालों मे भुगतना पड़ रहा है और यहां तक कह डाला कि आप नोटों को बदलने का आदेश करबा दे हम मरीजों से पुराने नोट ले लेंगे और साथ मे बैंक जाकर अपने भी नोट बदल लेंगे।डाक्टर की इस बात का सीधा मतलब है कि उसके पास पहले से ही काला धन रखा हुआ है। जिसे बदलने की बात कैमरे पर कर रहा है ।
वेशर्मी की इतंहा करता यह डाक्टर है एस पी सिंह। घंटाघर टेलीफोन एक्सचेंज के सामने इस अस्पताल मे रौसर कोठी निबासी राजकुमार से अस्पताल स्टाफ ने पाँच सौ रूपये तो लिए नहीं ऊपर से बद्दतमीजी कर अस्पताल से भगा दिया । इसी तरह दूसरा मामला पुरन लाल निवासी विकन्नापुर का है इसमें पत्नी का अल्ट्रसाउडं की जहाँ पर अल्ट्रसाउडं तो किया लेकिन पाँच सौ रूपये का नोट होने के कारण उसे जांच की रिपोर्ट दी और न ही उसे अल्ट्रसाउडं दिया और वहाँ से भगा दिया । जब डाक्टर एस पी से कारण पूछा गया तो वह भड़क पड़े और उन्होंने यहाँ तक कबूल कर लिया कि उनके पास पहले से ही काला धन मौजूद है ।विश्वास नहीं होता तो आप खुद सुन लीजिए। डाक्टर की इस निर्लज्जिता को देखकर अंदाजा लगा सकते है कि शहर के अस्पतालों मे मरीजों के साथ कितना बुरा ब्यवहार हो रहा है ।अब देखना यह है कि इस डॉक्टर के खिलाफ क्या कार्यवाई होती है ।