ट्रेन हादसे में मृतक का हुआ अंतिम संस्कार
बलिया। कानपुर देहात के पुखरायां के पास ट्रेन दुर्घटना में मृत सहतवार नगर पंचायत के वार्ड नं. 05 निवासी सुग्रीव प्रसाद (55) पुत्र स्व. बृजबिलास का शव सोमवार को देर रात पैतृक आवास पहुंचते ही करूण-क्रंदन व चीत्कार से वातारण गमगीन हो उठा। सुग्रीव परिवार के लोगों को इन्दौर में छोड़कर अकेले अपने छोटे भाई की लड़की की शादी में शरीक होने आ रहे थे। उनका अन्तिम संस्कार उनके पुत्र शेषनाथ द्वारा गंगा घाट पर किया गया। घर मे शादी के चलते मुखाग्नि नहीं दी गयी।
सुग्रीव अपने तीन भाईयों मे सबसे बड़े थे। लगभग 26 वर्ष से इन्दौर में एक प्राईवेट फैक्टरी में अपने परिवार के साथ रहकर नौकरी करते थे। उनका भाई रामजी की लड़की कविता की शादी 24 नवम्बर को चैनराम बाबा मन्दिर में होने वाले सामूहिक विवाह में सम्पन्न होनी थी, जिसमें शरीक होने के लिए वे गांव आ रहे थे। सुग्रीव की दो लड़की एवं एक लड़का शेषनाथ है। बड़ी लड़की सरिता की शादी हो चुकी है, जबकि शेषनाथ एवं छोटी लड़की खुश्बू की अभी शादी होनी है। पिता की मौत की सूचना मिलते ही शेषनाथ अपनी मां बसन्ती और बहन के साथ सहतवार मंगलवार को दिन में 11 बजे के करीब घर पहुंच गया। सभी का रो रोकर बुरा हाल था।
युवक ने फांसी लगाकर समाप्त की इहलीला
बलिया। सुखपुरा थाना क्षेत्र के बिलारी गांव में मंगलवार की सुबह अजय यादव (22) ने फांसी लगा कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। युवक की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। चर्चा है कि युवक का अपनी सौतेली मां से आए दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता था।
सोमवार की सुबह अजय की पत्नी ने उसे खाने को कहा तो वह अभी नहीं खाने की बात कहकर छत पर चला गया। सुबह 10 बजे जब उसकी पत्नी भोजन करने को बुलाने छत पर गई तो छत पर कमरा अंदर से बंद मिला। उसके कई बार आवाज लगाने के बाद भी अंदर से कोई जवाब नहीं आया। इस पर उसे किसी अनहोनी की आशंका हुई और वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उसकी चिल्लाने की आवाज पर परिवार के सदस्य छत पर पहुंचे और कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। अंदर का श्य देखा तो सबके रोंगटे खड़े हो गए। युवक पंखे के सहारे फांसी पर झूला हुआ था। आनन-फानन उसकी गर्दन में बंधी रस्सी काट कर नीचे उतारा गया, फिर उसे एक निजी चिकित्सक में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। दो साल पहले परिणय सूत्र बंधन में बंधे अजय की एक पुत्र भी है,जिसकी उम्र डेढ़ साल है।
पंचायत भवन की छत ध्वस्त, एक की मौत
बलिया। नरही थाना क्षेत्र के ग्राम लड्डूपुर में जर्जर पंचायत भवन की छत ढ़ह जाने से उसमें काम कर रहे मजदूर फिरोजपुर गांव निवासी वशिष्ठ राजभर की मौके पर ही मृत्यु हो गई। बताया जाता है कि लड्डूपुर में प्राथमिक पाठशाला के समीप स्थित पंचायत भवन काफी जर्जर हो गया है। उसे सोमवार को ग्राम प्रधान मजदूरों से ध्वस्त करवा रहे थे। इसमें फिरोजपुर के दो मजदूर वशिष्ठ राजभर व बेचू राजभर लगे थे। दोपहर में बेचू खाना खाने अपने घर चला गया। अपराह्न दो बजे बेचू जब वापस लौटा तो देखा कि छत ढ़ह गयी है और वशिष्ट मलबे में दबा है। बेचू के शोर मचाने पर गांव के लोग एकत्र हो गये और आनन-फानन में वशिष्ट को बाहर निकाला,लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना ग्राम प्रधान सुधीर सिह ने नरही पुलिस को दी। थाना प्रभारी परमानन्द द्विवेदी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वरिष्ठ राजभर मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। परिवार में पत्नी के अलावा पांच लड़के व तीन लड़किया है।