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घंटों लाईन लगाने पर भी नही हुए नए नोटों के दर्शन

रामपुर. नजीर देला खां/बिलासपुर।
पांच सौ और हजार के नोटों की बंदी के बाद गुरूवार को खुले बैकों और डाकघर में अपने-अपने नोटों को बदलवाने आए लोगों की भारी भीड रही और लाईन लगाने को लेकर एक दूसरे से कहासुनी भी हुई।कुछ बैकों ने पुराने नोटों के बदले नियमनुसार दूसरे नोट दिए,मगर नए नोटों के ना आ पाने के कारण कोई उन्हें लेना तो दूर दर्शन भी नही कर पाया।

सवेरे निर्धारित आठ बजे की बजाए सभी बैंक थोडी बहुत देर से ही खुले एसबीआई समेत कई प्रमुख बैकों पर पुलिस तैनात रही।पुलिस को कानून व्यवस्था बनाएं रखने के अलावा लोगों को नोट सम्बंधी जारी हुए नियमों को समझाने का काम भी करना पडा।सभी बैंकों ने बताया कि रिजर्व बैंक द्वारा जारी पांच सौ और दो हजार के नए नोट उन्हें प्राप्त नही हुए है।हालंकि कई बैकों ने अपने स्टॉफ से दस, बीस,पचास या सौ के नोट देकर ग्रहाकों के पुराने नोटों की बदली की। एसबीआई , सेण्ट्रल बैक आदि ने नोट बदलने आए लोगों की अपने चैनल गेट के बाहर लाईन लगवाई और समिति संख्या में ही लोगों को अंदर बुलाकर डिपॉजिट तथा विड्रॉल का काम किया गया। इसके विपरित कई बैंकों ने नए नोट न आ पाने की बात कहकर पुराने नोट बदलने से मना कर दिया। केवल खातों में ही धनराशि जमा करने का काम किया गया। डाकघर कर्मचारियों ने सुबह से ही अपने हाथ खडे कर दिए थे। आए ग्राहकों से कहा गया कि वह अपने खाते बंद हो चुके है। पुराने नोट जमा कर सकते है। नए नोट ना आ पाने के कारण उन्हें बदलने में असमर्थ है। उधर पांच सौ और हजार के नोट को लेकर बजारों में भी काफी अफरा तफरी रही।

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