रविशंकर/रामपुर
रामपुर के विधान सभा क्षेत्र स्वार में सूबे के कद्दावर मंत्री आज़म खान ने 192 आसरा आवास पात्रो को बाटे वही जहां नोट बंदी के सवाल पर pm मोदी को अड़े हाथो लिया और नोटों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के सवाल पर अपने अंदाज़ में कुछ इस तरह कहा।
केन्द्र सरकार पर बोले….
आपको मालूम होगा खुद सुप्रीमकोर्ट ने ही जनवरी में इस बात पर अदालत में बहस का समय तय किया था यह संवैधानिक फैसला था भी या नहीं था ।सुप्रीम कोर्ट अगर किसी मामले को इस तरह से संज्ञान मे ले, कि सरकार का यह फैसला संवैधानिक है या नहीं है यह बहुत बड़ा एडवर्स कमेंट है। किसी हुकुमत के लिए अगर यह फैसला संवैधानिक नहीं है और सुप्रीम कोर्ट कर दें तो मेरे ख्याल से सरकार को इस पर इस्तीफा दे देना पड़ेगा। अगर संविधानिक है भी तो उसने यह पूछा है कि आप की क्या स्थिति हो सकती है लोगों की परेशानियों का सामना क्यों करना पड़ा जितना आपने कहा था कि हर शख्स को हम 24000 रुपए देंगे जब उतना पैसा है ही नहीं तो आपने ही वायदा कर कैसे लिया। जो पैसा है ही नहीं वो दिया कहां से जाएगा। और छापने के लिए बहुत वक़्त चाहिए और इतना पैसा जब छापा जाएगा तो हमारी करेंसी बहुत नीचे चली जाएगी।
प्लास्टिक मनी पर बोले….
बगैर मशवरे के ,बगैर कैबिनेट डिसीजन के बगैर पार्लिमेंट में लाये ,बगैर देश को भरोसे में लिए इतना बड़ा फैसला कर लिया गया तो कागज़ और प्लास्टिक का भी वही कर लेंगे।