अब्दुल रज्जाक/कोटा
नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय ने कहा कि हिंदुस्तान के सभी शहरों में नेपाली नागरिक काम करता है। नेपाल में भारतीय मुद्रा के चलन को इजाजत होने से लोग अपनी कमाई सीधे घर ले जाते हैं। नतीजतन कोई ऐसा घर नहीं जिसमें दस-बीस हजार की भारतीय मुद्रा न रखी हो। परंतु नोट बंदी के बाद भारत सरकार ने अभी तक नेपाल में भारतीय नकदी बदलने का कोई इंतजाम नहीं किया है।
भारत जहां भगवान राम की जन्मभूमि है,वहीं नेपाल उनका ससुराल है। इन दोनों के रिश्ते आज से नहीं प्राचीन समय से प्रगाढ़ हैं। लेकिन कुछ समय से चीन इन दोनों के रिश्तों पर अपनी कुदृष्टि बिछाए बैठा है। 25 दिसम्बर को राजस्थान के कोटा में नेपाली संस्कृति परिषद अंतरराष्ट्रीय की कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के इंद्रेश कुमार, नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय, नेपाल के सांसद मोहन बस्नेत, मध्य प्रदेश के मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता, स्वामी ईश्वर चैतन्य, विधायक भवानी सिंह राजावत, हीरा लाल नागर, चंद्रकांता मेघवाल और यूआईटी चैयरमैन राजकुमार मेहता उपस्थित थे । इस अवसर पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि आज चीनी साम्राज्यवाद ने आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक रूप धारण किया है। चीन के मन में भारत के प्रति सम्मान नहीं है। इतना ही नहीं वह और पाकिस्तान सीमा से सटे पडोसी राज्यों में धर्मांतरण व्यापक रूप से फैलाने में जुटा है। दो दिवसीय सम्मेलन के दूसरे सत्र में भारत के विभिन्न राज्यों से आए हुए पदाधिकारियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।