अम्बेडकरनगर। जिला चिकित्सालय में आयुष विंग के बगल पूर्वी किनारे पर चहार दीवारी में बनाया गया गेट चर्चा का विषय बना हुआ है। चिकित्सालय की चहार दीवारी में आम आदमी के प्रवेश के लिए पीछे मंे कोने की तरफ लगवाये गये इस गेट के पीछे तत्कालीन लोगों का क्या मन्तव्य रहा, यह तो नहीं पता लग पा रहा है लेकिन इस गेट के माध्यम से चिकित्सालय की चहार दीवारी का कोई मतलब नहीं रह गया है।
बगल में स्थित बरवा नासिरपुर गांव से आने वाले लोगों द्वारा अक्सर इसी गेट का प्रयोग किया जा रहा है। जबकि चिकित्सालय के नक्शे में मुख्य द्वार के अलावां कही भी किसी प्रकार के छोटे गेट को लगवाने का जिक्र नहीं किया गया है। चिकित्सालय सूत्रो का कहना है कि इसी गेट से होकर असामाजिक तत्व आये दिन चिकित्सालय परिसर मंे प्रवेश करते रहते है, साथ ही साइकिल चोरी की घटनाओं मंे साइकिल को पार करने के लिए भी अक्सर इसी चोर गेट का प्रयोग किया जा रहा है। सवाल यह उठता है कि आखिर इस गेट को किसके इशारे पर और क्यो लगवाया गया। फिलहाल चिकित्सालय प्रशासन ने इस चोर गेट के सवाल पर कोई भी जवाब देने से इंकार कर दिया। सीएमएस डा0 ओपी सिंह का कहना है कि उन्हे गेट के बारे में कुछ नहीं पता है। यदि अनाधिकृत गेट लगवाया गया है तो निश्चित रूप से उसे बंद करवाने की कार्यवाही की जायेगी।