इमरान सागर
तिलहर,शाहजहाॅपुरः-पालिका प्रशासन की भूमियो पर अबैध कब्जा कर अतिक्रमण की कोशिश में भूमाफियां अपना सिक्का चलाने का अथक प्रयास कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन की कमजोरी का नाजायज फायदा उठा कर पालिका प्रशासन की गाटा भूमियों पर स्थित तालाबो को पाटा जा रहा है और उनका अस्तित्व ही खत्म कर अबैध अतिक्रमण कर शासन/प्रशासन की सख्ती एंव मा0 न्यायालय के आदेशो की ख्ुालेआम धज्जिया उड़ाई जा रही हैं।
स्थानीय प्रशासन की कमजोरी कहें या भूमाफियाओं की दबंगई कि नगर भर में दर्जनो सरकारी तालाब धीरे धीरे अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं। पालिका प्रशासन की विभिन्न गाटा भूमि पर स्थित तालाबों को प्रशासन की कमजोरी का नाजायज फायदा उठाते हुये भूमाफियाओं ने अबैध कब्जा कर भूमि को अतिक्रमण करा दिया और उस इमारतो का निर्माण तक हो गया जबकि पालिका की सरकारी भूमि पर नगर विकास के माहत्व में किसी भी इमारत का निर्माण अपना योगदान आज तक नही दे पाया है जिसके कई उदाहरण देखने को मिल जाते हैं,
जैसे महिला आद्योगिक संस्थान के निर्माण में ठेका होने के बाद भी जमीनी स्तर पर अभी कई रूकाबटे आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बताते चले कि नगर के मोहल्ला उम्मरपुर स्थित पालिका भूमि गाटा संख्या 67-069 हे0 भमि डा0 चिम्मन लाल के मकान के पास वाला तालाब अबैधकब्जो और अतिक्रमण का शिकर हो कर अपना अस्तित्व ही खो चुका है तो वही भूमाफियाओं की नजर में पालिका भूमि की गाटा संख्या 69 पर दिखने बाले तालाब पर भी अब बुरी नजर पड़ती दिखाई दे रही है तो वहीं विगत दिनो का चर्चा का केन्द्र रही नगर के मोहल्ला उम्मरपुर स्थित सियाराम के कमान के पास पालिका की गाटा भूमि 63 पर स्थित दशको से तालाब ही नजर आ रहा है जबकि उसके रक़बे पर खासा अतिक्रमण नजर आ रहा है। गौर तलब है कि मा0 न्यायालय एक रिट के अनुसार प्रदेश शासन द्वारा ग्राम सभाओं की भूमि तालाब/पोखर/चरागाह/एंव कब्रिस्तान आदि पर से अबैध कब्जा/अतिक्रमण को हटवाने के संख्ती से आदेश किये गये परन्तु शासन प्रशासन के ही नही बल्कि मा0 न्यायालय के भी आदेशो की ख्ुाली धज्जिया उड़ाते हुये भूमाफिया सरकारी जमीनो पर लगातार अबैध कब्जा कर अपना उल्लू सीधा कर मोटी कमाई करते हुये सरकार को करोड़ो को चूना लगा रहे हैं।
सूत्र बताते है कि नगर स्थित पालिका प्रशासन की विभिन्न गाटा भूमिया भूमाफियाओं द्वारा रोतो रात अबैध रूप से अतिक्रमण कर लिया जाता रहा परन्तु तमाम शिकायते होने के बाद भी कोई कार्यवाही होती नजर नही आई। अब इसे प्रशासन की कमजोरी कहें या भूमाफियाओं की दबंगई कि पालिका प्रशासन के तालाबों पर रातो रात आसानी से अबैध कब्जा होकर निर्माण हो जाता है और स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बना रह जाता है।