शाहनवाज़ अहमद
मुहम्मदाबाद, गाजीपुर। नगर के पुराने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में 1 करोड 75 लाख रूपये की लागत से बनने वाले ट्रामा सेन्टर का शिलान्यास रविवार को 3 बजे स्थानीय विधायक सिबगतुल्ला अंसारी के हाथो किया जायेगा। ट्रामा सेन्टर के निर्माण के लिये पहली किस्त के रूप में कार्यदायी संस्था आवास विकास परिषद को 88 लाख रूपये की धनराशि शासन ने जारी कर दिये हैं। 20 बेड के बनने वाला यह ट्रामा सेन्टर सारी सुविधाआें से लैस होगा। इसके बन जाने पर इसका लाभ पूरे जनपद के लोगों को मिलेगा। जानकारी के मताबिक आखिर वही हुआ जो अंसारी बंधु चाहे। मुहम्मदाबाद में ही बनेगा ट्रामा सेंटर। इसका शिलान्यास 25 दिसंबर की शाम मुहम्मदाबाद के पुराने अस्पताल कैंपस में होगा। शिलान्यास विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी करेंगे।
उस मौके पर सीएमओ जनार्दन मणि त्रिपाठी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहेंगे। ट्रामा सेंटर लेबल थ्री का होगा। उसके निर्माण पर दो करोड़ रुपये की लागत आएगी। शासन ने पहली किश्त के रूप में 77 लाख रुपये की राशि अवमुक्त की है। निर्माण की जिम्मेदारी आवास विकास को दी गई है। मालूम हो कि करीब तीन माह पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आठ सितंबर को कैबिनेट की बैठक में मुहम्मदाबाद में ट्रामा सेंटर की मंजूरी दी थी। उसके लिए मुहम्मदाबाद के पुराने अस्पताल को ढहाने का काम भी पूरा हो गया था मुख्यमंत्री ने अंसारी बंधुओं को दिया छप्पर फाड़कर, ट्रामा सेंटर का शासनादेश जारी कर किया मुहम्मदाबाद आने का वादा उपरवाला जब देता है तो छप्पर फाड़कर देता है। यही कहावत इस समय अंसारी बंधुओं पर चरितार्थ हो रही है। विधानसभा सत्र के अंतिम दिन गुरूवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुहम्मदाबाद विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी और मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से बंद कमरें में करीब आधे घंटे तक वार्ता किया। इस संदर्भ में विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी ने हमारे समवादाता को बताया कि विभिन्न राजनीतिक पहलुओं पर मुख्यमंत्री से वार्ता हुई। मुख्यमंत्री ने मुहम्मदाबाद में ही ट्रामा सेंटर बनने का आदेश दिया है। शासनादेश की कापी चंद घंटों में हम लोगों को उपलब्ध करा दी गयी है। मुख्यमंत्री ने वादा किया है कि जब वह रथ लेकर आयेंगे तब मुहम्मदाबाद में जरूर रूकेंगे। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अंसारी बंधुओं की मुलाकात की खबर जंगल के आग की तरह फैल गयी। जिस तरह मुख्यमंत्री ने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को हाथ पकड़कर कमरे में ले गये और दोनो भाईयों से आधे घंटे तक वार्ता किया। इस खबर से अंसारी बंधुओं के विरोधी खेमें में काफी बेचैनी है, क्योंकि विरोधी खेमा अभी तक जनता को यही समझा रहें थे कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अंसारी बंधुओं को सबक सिखा देंगे। लेकिन पासा उल्टा पड़ गया और विरोधी चारो खाने चित्त हो गये। मुख्यमंत्री ने सबक सिखाने के बजाय अंसारी बंधुओं को गले लगा लिया और उनकी मांगे भी मान ली। सबकों मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आपसी गुटबाजी समाप्त करने की नसीहत भी देना शुरू कर दिये हैं। इस घटना की चर्चा राजधानी से लगाई गाजीपुर तक जोरो पर है।