इमरान सागर
तिलहर,शाहजहाॅपुरः-कचरे के ढ़ेर पर खडे होकर नगर सौन्द्रीकरण की बात करना बेमानी सा लगता है। बिगत वर्षो से नगर का कचरा जमा करने के लिये डम्पिगं स्टेशन की मांग ठंण्डे बस्ते में चली गई। नगर का समस्त कचरा नगर के धार्मिक स्थलो, खाली प्लाटो में सड़ता नगर आता है और उसकी सड़ांध में इजाफा करने में लगे जनबर नगर सौन्द्रीकरण के लिये अभिशाप बनते नजर आ रहे हैं।
गौर तलब हो कि नगर सौन्द्रीकरण में सबसे अहम सहयोग मानी जाने वाली नगर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह धवस्त होती जा रही है। मोहल्लो की गलियों और नालियों से निकाल कर विभिन्न क्वालिटी का कचरा नगर के विभिन्न प्रमुख्य स्थानो पर जमा होने के कारण नगर सौन्द्रीकरण के मुंह पर तमाचा सा लगता दिखाई देता है। नगर सौन्द्रीकरण मे जहाॅ चार चाॅद लगाती चैड़ी सड़के, डिबाईडर और प्रकाश से जगमगाते पोल तो वहीं धार्मिक स्थानो के करीब नगर भर का जमा कचरे को दूर तक फैलाते जानबर नगर सौन्द्रीकरण की कहानी खुद ही बैयंा कर रहे है। चर्चा है कि नगर सौन्द्रीकरण के नाम पर करोड़ो का बजट खर्च करने के बाद भी सफाई व्यवस्था में कोई सुधार बिगत चार वर्षो में नजर नही आया।
सूत्र बताते हैं कि नगर सफाई समय से हाने के बाद भी उसकी गन्दिगी को दाकिनार करने करने के लिये पालिका प्रशासन द्वारा कोई बन्दोबस्त अब नही करा पाने के कारण नगर भर की सड़को पर सफाई के कुछ घन्टो बाद ही बिखरती हुई चहुओर व्यवस्था को चैपट करती है। बिदित हो कि बिगत कई माह पूर्व नगर की गन्दिगी नगर से बाहर जमा करने हेतु डम्पिगं स्टेशन बनाने हेतु पालिका द्वारा भूमि खरीद के लिये अनेको वार विज्ञप्तिया जारी की गई लेकिन अकारण ही मामला टांय टांय फिस्स होकर ठंण्डे बस्ते मेु चला गया। सुत्रो के अनुसार चर्चा है कि पालिका प्रशासन द्वारा नगर के कचरे का बन्दोबस्त करने के लिय उम्पिंगि स्टेशन बनाने से पहले ढ़लाव घरो का निर्माण करा देना चाहिये जिससे कि जानबरो द्वारा कूड़े के फैलाव और आस पास फैलती गन्दिगी पर रोक लगने के साथ नगर सौन्द्रीकरण को बरकरार रखने में काफी मदद मिल सकती है।