अखिलेश सैनी
बलिया। जिला अस्पताल के सुलभ शौचालय में शनिवार को तड़के एक किशोरी मां बन गयी। लेकिन लोक-लाज के डर से वह नवजात बच्ची को शौचालय में ही छोड़कर भागने की कोशिश की, तभी अस्पतालकर्मियों ने संदेह के आधार पर उसे पकड़ लिया। प्रसव पीड़ा से किशोरी कराह रही थी। इसकी सूचना अस्पतालकर्मियों ने अपने अधिकारियों को दी। सूचना मिलने के बाद अधिकारी भी पहुंच गये। इस बीच, किशोरी के साथ आये परिजन खिसक लिए। आनन-फानन में प्रसवती किशोरी को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया,जबकि उसकी नवजात का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।
सूत्रों के मुताबिक पेट में दर्द होने पर किशोरी को नरही सीएचसी पर परिजनों द्वारा ले जाया गया था, जहां इंजेक्शन लगाने के बाद 108 नम्बर की एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया। कुछ देर बाद किशोरी शौचालय गयी, जहां उसने नवजात बच्ची को जन्म देने के बाद बाहर निकल गयी। लेकिन नवजात के मोह में वह पुन: शौचालय में गयी। किशोरी को प्रसवती हालत में देख शौचालय संचालक व अस्पतालकर्मियों को संदेह हुआ। इस बात को किशोरी भी भांप गयी और भागने लगी, लेकिन उसे पकड़ लिया गया। इस बीच, पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। किशोरी के निशानदेही पर स्वास्थ्यकर्मियों ने शौचालय में जिन्दा पड़ी नवजात बच्ची को उठाकर चिकित्सक तक पहुंचाया, जहां उसका उपचार चल रहा है।