स्वार रामपुर में आज़म खान
राहुल मौर्य
सूबे के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को शर्म आनी चाहिए क्योंकि वह झूठ बोलते हैं, वह फ़कीर नही बहुत बड़े दौलतमंद है, उनको झोला लेकर वापस भागने नही देंगे। स्वार में जनसभा में बोलते हुए आज़म ने कहा कि छुपा हुआ पैसा पकड़ा जा रहा है, अच्छी बात है। लेकिन हैरत यह है कि असल चोर हाथ नही आया है।
नये नॉट कहा से आये, नकली हैं या असली है तो कहा से आ गए? इसका जवाब चाहिए। गुजरात में तो कोई हमारा या सपा का रहता नही है। वहां भाजपा की लंबी हुकूमत है। 15 हजार करोड़ रुपया गुजरात के आदमी से मिला। उसने कहा नेता और पार्टी का नेता है। हमने कहा था वह अपराधी नही है, वह कमीशन पर उस पैसे का चौकीदार है। उसको जनता के सामने लाकर पूछा जाए। चूँकि ठेले वालों की पोल खुलनी वाली थी, लिहाजा मामला धीरे से दबा दिया गया है। मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको भी पैसा कमाना है। उनका धंधा है खर्चा है। सरकार इनको पैसा दे या खुद चैनल की अपनी साख हो। लिहाजा उसकी मजबूरी को नजरअंदाज नही किया जा सकता है।
उन्होंने दावा किया कि मोदी चाय नही बनाते थे जिनके पिता बहुत बड़ा होटल चलाते थे, ओबराय भी खुद को वेटर कहते थे। मोदी जी आपके पास जेट नही है लेकिन आप उनके मालिक हैं। आपके पास मोटर कारें भी नही हैं लेकिन आप उनकी फैक्ट्रियों के मालिक हैं। उन्होंने मोदी को चुनोती दी कि चुनाव आने दीजिये आपके पास कितनी संपत्ति है, सब खुलासा कऱ देंगे हम। तंज कसा झोला लेकर नही जाने देंगे। झोला तो अखिलेश को देकर ही जाओगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी चाय बेचकर नही गोमांस पर जनता को गुमराह कर के कुर्सी तक पहुचे हैं।हकीकत यह है कि आधे हिन्दुतान में गोमांस बिकता है, मोदी के पीएम बनने के बाद ढाई गुना गोमांस का कारोबार बढ़ गया देश में। सपा के कद्दावर नेता ने कहा हमारी अर्थव्यवस्था नीचे आने वाली है। हमारी जौहर यूनिवर्सिटी में साढ़े चार हजार श्रमिकों को रोजगार मिल रहा था, सब को वापस भेज दिया। क्योंकि हमारे पास पैसे नही हैं। हमारे यहाँ तनख्वा नही है। मेडिकल कालेज का काम रूक गया। टीचर डॉ को भी हमने मना कर दिया, देने को पैसा नही है।
आज़म ने कहा कि बहुत हैरत होती है दुनिया का सबसे बड़ा प्रधानमंत्री ने इतनी बड़ी गुस्ताखी की है कि बोलने नही देते। सच तो यह है कि वह संसद में जाते ही नही हैं, अच्छा होगा झूठ बोलने और जनता को गुमराह करने के बजाय पीएम संसद में बैठे और सुने सुनाये। गरीबों का दर्द महसूस करने की जरूरत है। दोहराया कि मरने वालों को यूपी सरकार ने दे दिया है। जबकि हमें नही केंद्र सरकार को देना चाहिए। देश पर राज करने का हक हमारा है, या उनका है। सरकार इंशालल्लाह हमारी सपा की ही बनेगी।
रामपुर के नवाबखान दान पर हमला करते हुए कहा कि अय्याशी के लिए खून बहाने वाले नवाब की करतूतों की काली स्याही ख़ास बाग़ में आज भी मौजूद 100 बेगमों की कब्रगाह हैं । हम उनसे टक्कर लेकर आम जन की आवाज बने। मेरे ऊपर ग़ोलियां चलायी गयी। नवाबों ने गुंडे और शूटर भेजे, लेकिन मारा नही गया क्योंकि ऊपर वाले को यूनिवर्सिटी बनवानी थी, बच्चों को तालीम दिलवानी थी इसलिए मैं ज़िंदा हूँ। तानाशाह लोग तब तक बहादुर होते हैं जब तक शेडो इनके साथ होती हैं। सद्दाम भी गटर में मिला था। उन्होंने दावा किया कि हमारी सरकार में बदमाश और शूटर रामपुर छोड़कर भाग गए हैं। मैने बदमाशों से सरकारी जमीनें छीनकर गरीबों को छतें तैयार कराई हैं। हमने बदमाशों को जेल में डलवाया तो जेल के बाहर बनी मस्जिद से हमारे मरने की दुआएं की गईं। जब दुआ खत्म होती थी तब आखिर में जेल के अंदर से आमीन की तेज़ आवाजें भी आती थीं। हमारे रामपुर में यहाँ किसी की सोने की चैन नुचती है तो सम्बंधित थाना या तो चेंन लौटाता है या चोर लाता है।