(जावेद अंसारी)
वाराणसी। नोटबंदी के फलस्वरूप खड़े हुए हालात के खिलाफ कांग्रेस के ‘सवाल- सत्याग्रह’ की नियमित कड़ी के चौथे दिन मैदागिन स्थित राजीव गांधी चौक में सत्याग्रह सभा को सम्बोधित करते हुए कांग्रेसजनों ने कहाकि केंद्र के इस कदम से देश में कालाधन नहीं, मुद्रा और अर्थव्यवस्था में गहरा जनविश्वास टूटा है,नगदी में ज्यादा कालाधन के गलत अनुमान एवं निर्णय क्रियान्वयन में भारी भ्रष्टाचार एवं नीति के ढुलमुल रवैये ने नगद में जो कालाधन था,
कांग्रेस विधायक अजय राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक ओर सरकार जनता से कैशलेस लेन देन की बात कर रही है और जनता को खुद की जमा रकम की राशनिंग करवा रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा भारी संख्या में मोटर बाईक व कार खरीद रही है यह पैसा कहां से आया,विधायक अजय राय ने कहा कि जिस देश की आधी से ज्यादा जनसंख्या बैंकिंग से परे नगद व्यवहार का जीवन जीती है और बैंक से जूड़े लोग भी साक्षात लक्ष्मी के रूप में नगद मुद्रा को पूजने वाली संस्कृति जीते रहे हैं,वहां बिना वैकल्पिक मुद्रा प्रबन्ध के विमुद्रीकरण का फैसला लने वाली सरकार का ‘प्लास्टिक-मनी’ एवं ‘नगदीविहीन-समाज’ पहाड़ा का रातो रात पढ़ाना जले पर नमक छिड़कने जैसा काम है।फैसले के कुप्रभाव से कालेधन वाले तो बच गये,किंतु गरीब जनता लंबे समय तक उसकी चक्की में पिसती रहेगी,जिसकी पीड़ा प्रधान मंत्री को सुख की नींद नजर आती है।उसे सफेद बना दिया वही दूसरी ओर ईमानदार आम आदमी के लिए फैसला कहर साबित हुआ है, सवाल-सत्याग्रह सभा की अध्यक्षता शहर कांग्रेस अध्यक्ष सीताराम केसरी ने,स्वागत शैलेंद्र सिंह ने,संयोजन दुर्गा प्रसाद गुप्ता,विजय देवल एवं मनोज वर्मा ने तथा संचालन प्रमोद श्रीवास्तव ने किया, सम्बोधित करने वालों में मुख्य रूप से प्रमोद पाण्डेय, बैजनाथ सिंह, विजय शंकर पांडेय, विजय शंकर मेहता, कमलाकर त्रिपाठी, डा०अनिल उपाध्याय, डा०जितेन्द्र सेठ, चन्द्रभाल सिंह, रेखा शर्मा, हरिश मिश्रा, विपिन सिंह, राकेश पाठक, महेन्द्र वर्मा, निलम नुसरत खान, मीरा तिवारी, इम्तियाज मोहम्मद, पुनम कुण्डू, सुनिल राय, विरेन्द्र चौरसिया, देवेन्द्र सिंह, राजेन्द्र मिश्रा राजू, गुड्डु सिंह, प्रमोद वर्मा, मुर्तुजा समशी, शकील अहमद जादूगर, राजकुमार सोनकर, गणेश शंकर पाण्डेय, मंगलेश सिंह, राम सुधार मिश्रा, संजय चौबे, विपिन मेहता, राजू राम, राजेश त्रिपाठी, वी.सी.राय, मार्कण्डे सोनकर, विपिन, एस.पी.श्रीवास्तव, ब्रह्मदत्त त्रिपाठी, अतुल मालवीय, मुनाजिर हुसैन, विलकीस बेगम सहित सैकडों जन उपस्थित थे।