कालाधन निकलवाने के लिए देश भर में आयकर विभाग के द्वारा छापे पड़ रहे है और कानपुर का प्रवर्तन निदेशालय शांत बैठा हुआ है देश के विभिन्न हिस्सों से करोड़ो की नगदी पकड़ी जा रही है अब यह सवाल उठना लाज़मी है
इसी सवाल का उत्तर जानने के लिए जब हमारी PNN 24 News की टीम सिविल लाइन स्तिथ प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय पहुची तो जॉइंट डायरेक्टर अम्बरीस तिवारी ने मीडिया से बात करना मुनासिब नहीं समझा हो सकता है कि इसके पीछे कोई राजनीतिक दबाव हो असिस्टेंट डायरेक्टर सौरभ आनंद ने फ़ोन पर हुई बातचीत में बताया कि काला धन बाहर निकलवाने में पुलिस हमारा सहयोग नही कर रही है उन्होंने बताया कि एक बिल्डर और एक कांट्रेक्टर के खिलाफ जांच में कई करोड़ के घोटाले पाये गये है हाल में ही मीडिया में छपी खबरों के अनुसार एस.एस.पी आकाश कुल्हरी ने दावा किया था कि आयकर विभाग के अधिकारी द्वारा पुलिस के न सहयोग करने की बात गलत है वही पूरे मामले में आई.जी जोन जकी अहमद का कहना है कि आयकर विभाग के अधिकारियों की एस.एस.पी नहीं सुन रहे है तो वह हमसे संपर्क करे । काले धन के खिलाफ मांग के अनुरूप उन्हें फोर्स उपलब्ध कराई जाएगी । आपको बता दे की कानपूर में बैंको के बाहर आम लोगो के बीच चर्चा है कि ब्राँच मेनेजर काला धन को सफ़ेद करने का काम कर रहे है। वही लोगों में इस बात की भी चर्चा है कि बी.जे.पी और सपा में काले धन में मुद्दे पर आपसी डील हो गयी है।