नोट बंदी की सीमा खत्म होने के कगार पर है लेकिन परेशानियां खत्म नहीं हो रही जिस व्यापारियों को व्यापारियों ने उधार माल बेच रखा है वह पुराने नोट लेकर आ रहे हैं और ना लेने पर उधारी ना देने की धमकी दे रहे हैं।
इससे व्यापारियों की उधारी मात्र भारी मात्रा में डूबने का खतरा है उधोग एवं व्यापार जगत की परेशानियों को जल्द से जल्द दूर करें व्यापारियों ने मांग करी बैंक से पैसा निकासी की सीमा समाप्त की जाए व्यापारियों की उधारी टूटने की दशा में उसकी क्षति पूर्ति केंद्र सरकार करने की व्यवस्था करें और बैंकों में 500 के नोटों की आपूर्ति बढ़ाई जाए जिससे बाजार में पैसा प्रचुर मात्रा में मिल सके 2000 का नोट समाप्त कर उसके स्थान पर हजार रुपए का नोट चलाया जाए। मौजूद लोग बृज मोहन सिंघल, कम्बोद बाबू, गोपीचंद, नरेश अग्रवाल, आनंद प्रकाश, अशोक चावला, सुनील गोयल, पवन शर्मा, राज देव त्यागी, अभिषेक गर्ग, संजीव गुप्ता, राकेश स्वामी, अनुराग गर्ग ,सुनील गुप्ता ,मनोहरलाल, नितिन गोयल ,गौरव गर्ग ,हर्ष बतरा, अरुण कक्कड़, दिनेश सिंघल, मनोज गर्ग, जय कुमार गुप्ता, पंकज गुप्ता, संजीव मित्तल, अमित मतदान ,मुकेश शर्मा, प्रदीप गुप्ता, एम एस भाटिया, सुखविंदर सिंह, मुकेश त्यागी, विशाल अग्रवाल आदि लोग थे।