अखिलेश सैनी
बैरिया, बलिया। गृह कलह से पीड़ित एक महिला अपने दो बच्चों के साथ खुद को आग के हवाले कर दी। एक बच्चे को उसकी दादी ने झपटकर बचा लिया, लेकिन दूसरा बच्चा अपनी मां के साथ बुरी तरह झुलस गया। आनन-फानन में उन्हें सीएचसी सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां से चिकित्सकों ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
बैरिया थाना क्षेत्र के छक्कूटोला निवासी छठ्ठू चौधरी का मकान घाघरा नदी में विलीन हो गया था। तब से पूरा परिवार चांददीयर बीएसटी बंधे पर झुग्गी-झोपड़ी डालकर गुजर कर रहा था। परिवार की माली हालत भी ठीक नहीं बतायी जा रही है। इसको लेकर परिवार में आये दिन किचकिच होती रहती थी। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को भी घर में कुछ वाद-विवाद हुआ था। शाम को छठ्ठू चौधरी की पत्नी कुसुम देवी (28) अपने दोनों बच्चों को लेकर खाई में चली गयी। वहां अपने बच्चों के साथ अपने शरीर पर मिट्टी तेल उड़ेल रही थी, तभी उसकी सांस ने देख लिया। किसी तरह सांस ने उससे एक बच्चे को झपट लिया, लेकिन गोद में अपने दो वर्षीय बेटे अंकित को लिये कुसुम ने खुद को आग के हवाले कर दिया। मां-बेटे की हालत चिन्ताजनक बनी हुई है। दोनों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।