अंजनी राय
बलिया :स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा दुबहड़ से पैसा नहीं मिलने की वजह से सैकड़ों महिलाओं एवं लोगों ने एनएच 31 पर चक्का जाम कर दिया जिसकी सूचना पर थानाध्यक्ष दुबहड़ मौके पर पहुँच कर आक्रोशित लोगों को समझा बुझा कर जाम खत्म कराया इस दौरान लोगों ने बैंक वालों पर कई गम्भीर आरोप लगाया ।
बलिया : कैश के अभाव में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रेवती शाखा बंद रही। यहां सुबह से ही बैंक के गेट पर उक्त आशय की नोटिस ( बैंक में कैश नहीं है) चस्पा देख बैंक के उपभोक्ता हुए अवाक्।
बलिया :सिकंदरपुर कस्बा स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में शुक्रवार को एटीएम के लाईन में लगे लोगो ने तोड़फोड़ कर दिया इसके बाद गार्ड ने शटर गिरा दिया। लेकिन पैसे के लिए एटीएम के बाहर भारी भीड महिलाओं व पुरुषों की लगी रही पुलिस को सूचना देने के बाद भी पुलिस मौके पर नही पहुँच पायी थी जिसको लेकर लोगो में भारी आक्रोश था।
बलिया : बांसडीहरोड में स्थित पूर्वांचल बैंक सुबह से ही बन्द रहा। यहां हजारों की संख्या में उपभोक्ताओं की भीड़ दिनभर बैंक पर जमी रही। भीड़ को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी।
बलिया : बैरिया तहसील क्षेत्र के कर्ण छपरा गांव स्थित डाकघर में गत सोमवार से आज तक खाता धारको एक रूपये का भी भुगतान नही किया गया । जिससे ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है।
वाह रे नोट बन्दी प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के अनुसार नोट बंदी के लिए मांगे हुए समय लगभग पुरे होने वाले है लेकिन दिन पर दिन स्थिति और खराब होती जा रही है । जिसमे अधिक परेशानियों का सामना गरीब व मध्यम वर्गीय लोगो को झेलते हुए देखा जा रहा है । किसी डाकघर या किसी बैंक पर किसी बड़े नेता या व्यवसायी के परिवार के सदस्यों को लाइन में नही देखा जा रहा है । वही अन्य परिवार काफी परेशानियों का सामना कर रहे है । जिसका जीता जागता सबूत देखे तो लगभग दस हजार आबादी वाला गाव कर्ण छपरा में डाकघर स्थित है जिसमें लगभग चार हजार पांच सौ खाता धारक है । इसमें लगभग हर प्रकार के खाता धारक है ।प्रधानमंत्री के आदेशानुसार हुए नोट बंदी के कारण इस गांव के बुजुर्ग किसान महिलाओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । नोट बंदी के कुछ दिनों बाद तक तो कुछ खाता धारको को भुगतान भी किया गया । लेकिन अब गत सप्ताह से गांव के खाता धारक सुबह आते है और पैसे का इन्जार कर भुगतान नही होने पर मायूस होकर वापस लौट जाते है । अब डाकघर के कर्मचारी लोगों की बात सुनने की डर से लगभग एक सप्ताह से डाकघर किसी दिन एक घंटे खोलते है तो किसी दिन पुरे दिन डाकघर बंद कर दे रहे है । गाँव के समाज सेवी दुर्ग विजय सिंह झलन, ग्राम प्रधान संजय सिंह, प्रोफेसर छठू सिंह, पूर्व प्रधान कृष्णा सिंह, संतोष सिंह, हरी जी सिंह, हरिद्वार राम और शिक्षक उपेन्द्र सिंह आदि ने जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित कराया है।